________________
ज्ञाता०-सूची
४३४
श्रु०१ अ०१
#
F
ख-श्रेणिक का व्यायाम शाला में व्यायाम करना
,,, ,, स्नानघर में स्नान एवं श्रृंगार घ- , , उपस्थानशाला में आगमन ङ- ,, ,, स्वप्न पाठकों को बुलाना. स्वप्न-फल पृच्छा च- चौदह महा स्वप्नों के नाम छ- स्वप्न फल श्रवण स्वप्न. पाठकों का सत्कार ज- धारिणी देवी का गर्भ-सुरक्षा के लिये प्रयत्न
धारिणी देवी का दोहद १४ क- दोहद पूर्ण करने करने का प्रयत्न
ख- अभयकुमार का अष्टम तप 'ग- सोलह प्रकार के श्रेष्ठतम पुद्गल
अभय कुमार के मित्र देव का आगमन और दोहद पूर्ण करने के लिये आश्वासन अभय कुमार द्वारा देव का विसर्जन
धारिणी का गर्भ प्रतिपालन १८ · क- मेघ कुमार का जन्म. जन्मोत्सव. बंदि विमोचन. कर मुक्ति
दसोटन. याचकों को इच्छित दान. जात कर्म. जागरण.
चन्द्र सूर्य दर्शन आदि संस्कार. प्रीति भोज. नामकरण ख- पांच धाय. खोजे. नाना देशों की दसियाँ ग- मेघ कुमार का पाठ पठन. बहत्तर कलाओं का शिक्षण. कला
चार्यों का सम्मान क- मेघ कुमार को अठारह देश भाषाओं का ज्ञान. युद्ध कला में
निपुणता ख- मेघ कुमार के लिए आठ अन्तःपुर प्रासादों का निर्माण २० क- मेघ कुमार का आठ राज कन्याओं के साथ पाणिग्रहण ख- आठ हिरण्य कोटी और आठ सुवर्ण कोटी का दहेज. दहेज में
आठ दासियाँ
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org