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ज्ञाता०-सूची
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श्रु०१ अ०८:
अष्टम मल्ली अध्ययन १. माया शल्य निवारण
२. दुर्गंधमय देह ६४ क- उत्थानिका----जंबूद्वीप, महाविदेह, निषध वर्षधर पर्वत,
सीतोदा महानदी, सुखावह वक्षस्कार पर्वत, लवण समुद्र, सलिलावति विजय, वीतशोका राजधानी, इन्द्र कुम्भ उद्यान. ख- बनराजा, धारिणी राणी, महाबल राजकुमार, पाँचसो राज
कन्याओं से पाणिग्रहण, पाँच प्रासाद. पाँचसो हिरण्य कोटी, पाँचसो सुवर्ण कोटी का दहेज, दहेज में पाँचसो दासियाँ ग- स्थविरों का आगमन, धर्म श्रवण, महाबल को राज्य देकर
बलराजाका प्रवजित होना, इग्यारह अंगों का अध्ययन घ- चारु पर्वत पर अन्तिम आराधना संलेखना शिवपद की प्राप्ति ङ- कमलश्री को सिंह का स्वप्न. बलभद्र पुत्र की प्राप्ति च- महाबल के बालमित्र छः राजा । छ- स्थबिरों का आगमन, महाबल के साथ छहों राजाओं की
प्रव्रज्या ज- महाबल और छहों मुनियों द्वारा समान तप करने का निश्चय झ- महाबल मुनि का मायापूर्वक तपोवृद्धि में स्त्रीलिंग नाम कर्म ___ का बंधन, महाबल द्वारा तीर्थ करनाम कर्म का उपार्जन अ- तीर्थ करनाम कर्म की उपार्जना के बीस कारण ट- महाबल आदि सातों मुनियों द्वारा भिक्षु प्रतिमाओं की
आराधना ठ- क्षुद्रसिंह-निष्क्रीड़ित और महासिंह निष्क्रीड़ित तप की
आराधना ड- चारु पर्वत पर महाबल आदि मुनियों की अन्तिम आराधना
दो मास संलेखना. चौरासी हजार वर्ष का श्रमण पर्याय,
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