Book Title: Agam 08 Ang 08 Antkrutdashang Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana, Rajkumar Jain, Purushottamsingh Sardar
Publisher: Padma Prakashan
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good opportunity for us, we must bind Arjuna fast-by twisting the arms and head and tying them to the back, fell him and then enjoy sexual pleasures according to our desire with his beautiful and tender wife Bandhumati. Thus deciding, all the six gangsters hid behind the doors of shrine, stood hidden and waited silently for them to come.
सूत्र ८ :
तए णं से अज्जुणए मालागारे बंधुमईए भारियाए सद्धिं जेणेव मोग्गरपाणिस्स जक्खाययणे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता आलोए पणामं करेइ, करित्ता महरिहं पुष्प्फुच्चयणं करेइ; करित्ता, जाणुपायपडिए पणामं करेइ। तए णं ते छ गोहिल्ला पुरिसा दवदवस्स कवाडंतरेहितो णिग्गच्छंति, णिग्गच्छित्ता, अज्जुणयं मालागारं गेण्हंति; गिण्हित्ता अवओडय-बंधणं करेंति, करित्ता बंधुमईए मालागारीए सद्धि विउलाई भोगभोगाई भुंजमाणा विहरंति । तए णं तस्स अज्जुणयस्स मालागारस्स अयमज्झथिए समुप्पण्णे-एवं खलु अहं बालप्पभिई चेव मोग्गरपाणिस्स भगवओ कल्लाकल्लिं जाव वित्तिं कप्पेमाणे विहरामि । तं जइ णं मोग्गरपाणि जक्खे इह सण्णिहिए होंते से णं किं ममं एयारूवं आवत्तिं पावेज्जमाणं पासते ? तं णत्थि णं मोग्गरपाणि जक्खे इह
सण्णिहिए सुव्यत्तंणं एस कटे । सूत्र ८ :
इधर अर्जुनमाली अपनी बंधुमती भार्या के साथ यक्षायतन में प्रविष्ट हुआ
और भक्तिपूर्वक प्रफुल्लित नेत्रों से मुद्गरपाणि यक्ष की ओर देखा प्रणाम किया । फिर चुने हुए उत्तमोत्तम फूल उस पर चढ़ाकर दोनों घुटने भूमि पर टेककर साष्टांग प्रणाम करने लगा ।
तृतीय अध्ययन
. १७९
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