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जैनराजतरंगिणी
ते शिल्पा मतिकल्पिताः स च सदा संगीतवाद्योरस: सालङ्कारविचारचारुधिषणा काव्ये च तत् कौशलम् । सच्छास्त्रश्रवणादरः स च नवप्रोत्पादनायोद्यमः श्रीमज्जैनमहीपतेर्बहुमतेस्तस्येव
कस्याधुना ॥ ३० ॥
३० बुद्धि कल्पित वे शिल्प, सदा संगीत वाद्य में वह रस, अलंकार-विचार में सुन्दर बुद्धि, काव्य में वह कौशल, सुन्दर शास्त्र के श्रवण में आदर, नवीन के उत्पादन के प्रति वह उद्यम, उस महामतिमान महीपति जैन के समान आज किसमें है ?
खुज्यान्दोल्कादराख्यस्य शिष्यः सर्वगुणाम्बुधेः ।
भूभुजश्चित्तमनयद्
[ १ : ४ : ३०-३१
रागतालादिभिदम् ।। ३१ ॥
३१. सर्वगुण सागर अब्दुल कादिर का शिष्य खुज्य' ने राग-ताल आदि से राजा का मन मुदित किया ।
वार्ता
प्रतीत होता है कि संवाद - शैली में सुल्तान तथा Tata के बीच आतिशबाजी तथा बारूद के प्रयोग तथा उसकी कला एवं उसकी शिक्षा की जो हुई थी, वह फारसी भाषा मे लिपिबद्ध की गयी थी । वह इतने अच्छे ढंग से लिखी गयी थी कि श्रीवर उसे काव्य कहता है । यह ग्रन्थ अप्राप्य है । यह सुल्तान की रचना मानी जाती है ।
( २ ) काव्य : तवक्काते अकबरी में उल्लेख है — 'हबाब आतिशबाज जिसने काश्मीर मे बन्दूक का आविष्कार किया । सुल्तान के राज्यकाल में था और आतिशबाजी की कला में अद्वितीय था । 'सवाल व जवाब' नामक पुस्तक थी जिसमे बहुत-सी लाभदायक बातें लिखी हुई है, सुल्तान ने उसके सहयोग से रचना की ( ६५७ )' ।
पाद-टिप्पणी :
३०. कलकत्ता का ३६३वी पंक्ति है । पाद-टिप्पणी :
कलकत्ता का ३६४वीं पंक्ति है ।
३१. ( १ ) खुज्य : दत्त ने सुज्य नाम दिया है। मोहिबुल हसन का मत है कि यह शुजा का अपभ्रंश है । परन्तु यह ख्वाजा का अपभ्रंश प्रतीत है । आइने अकवरी में उल्लेख है कि खुराशान के अब्दुल कादिर का ऊदी ख्वाजा शिष्य था ( पृष्ठ ४३९ ) । ख्वाजा शब्द तुर्की है— अर्थ, स्वामी, पति, मालिक, प्रतिष्ठित पुरुष, मुसलमान फकीर है । ख्वाजा, खोजा रनिवास का नपुंसक भृत्य होता है ।
तवक्काते अकबरी में उल्लेख है कि - 'उनमें से मुल्ला ऊदी जो ख्वाजा अब्दुल कादिर का एक गरीब शिष्य था । खुरासान से आया । वह इस प्रकार ऊद ( बरबत ) बजाता था कि सुल्तान उससे अत्यधिक प्रसन्न होता था और सुल्तान ने उसे नाना प्रकार की कृपाओं द्वारा सम्मानित किया ( ६५ ) ' ।
तवक्काते अकबरी में ऊदी के लिये 'वे वास्तः' शब्द प्रयोग किया गया है। जिसका अर्थ बिना साधन अर्थात् • गरीब होता है। फिरिश्ता ने 'वे वास्ता'
शब्द छोड़ दिया है ।