Book Title: Dictionary of Prakrit for Jain Literature Vol 01 Fasc 02 Author(s): A M Ghatage Publisher: Bhandarkar Oriental Research InstitutePage 29
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra अच्छ www.kobatirth.org 128 गउ चक्काउछु जहिं अच्छर जिणु PANACa. (P.) 5.7.1; तर्हि अच्छा कुमारि सुमनोहर Bhavika. 75.5; पुहईसरु ... जंबुकुमाराहिट्टिउ । अच्छर विविहविणोयहिं ... जावत्थाणे परिट्ठिउ JambaSaCa. 5. 1.31; तर्हि अच्छए जाम रायाहिराओ SudCa. (N.) 1.6.1; अच्छर घरयंगणे खेलंतउ SudCa. ( N. ) 3.7.5; 6.8.14; पिएण समाणिय अच्छर जाम KarCa. 1.9.1; अच्छहि मुणि जिह झाणोवविडु VilaKa. 1.10.10; अच्छइ दूरि भमंतु PSD0. 58; धम्मु सुत जा तँहि अच्छइ Chakkammu. 2.6.12; गय कुमारि लहु तेतहि अच्छर जेत्तहि सहापरिट्टिउ ताउ जहि Sivaca. 1.7.17; हउँ अच्छमि मरंति समुद्दतीर SivaCa. 1.42. 4; अच्छई बिण्णि वि सुहु अणुहवंत SivaCs. 1. 15.18; ताम्बहि अच्छउ इयरु जणु सुअणु वि अंतरु देइ Hem. (Gr.) 4.406.3; अच्छिहि जिह सन्निह घर कंतय SandeRa. 167; (pass. ) नीड निवासिएहि अच्छिज्जर वार वार पक्खिहिं मुच्छिजर Jambūsāca. 9.10.4; अच्छिज्जब सुहझाणनिउत्तेहिं देवधम्मगुरुपूयवित्ते हि Bhavika. 37.2 [ तुहुं इह वि अच्छु पसयच्छ San KuCa. 517.3 for अत्थु ] अच्छ ( accha < xksa ) m. a bear, AMg से भिक्खू वा भिक्खुणी वा गावावर कुलं पिंडवाय-पडियाए अणुप्पविट्ठे समाणे सेज्जं पुण जाणेज्जा अच्छं ... वियालं पडिपहे पेहाए āyar. 2.1.52 (354); 2.3.59 (515); अणगारे णं भंते भाविअप्पा बाहिरए पोग्गले अपरियाइअत्ता पभू एवं महं आसरूवं... अच्छरूवं · वा अभिजुंजित्तए Viy. 3.5. 12 (3209) ; 3.210; ते णं भंते! सीहा बग्धा अच्छा तरच्छा परस्सरा निस्सीला तहेव जाव कहिं उववज्जिहति Viy. 7.6.36 (7122); 12.160; तत्थ णं अण्णे बहवे सीहा य ... अच्छा य... पुब्वपविट्ठा अग्गिभयविदुया एगयओ बिलधम्मेणं चिट्ठति Naya 1.1.178; कुरंगहरु ... अच्छभल चउप्पयविद्याणाकर य एवमादी Papha. 1.6; उत्तरकुराए कुराए सीहाति वा अच्छाति वा Jivābhi. 3.620; अह भंते! मणुस्से महिसे अच्छे तरच्छे... सव्वा सा एगवयू ? Pannav. 11.21 (849); 11.852 से किं तं सणप्फदा दीविया अच्छा तरच्छा Pannav 1.66 (74); अच्छ-तरच्छ सियाल - बिडाल Jambuddi. 2.36; 136; दीवियस्स वा अच्छस्स वा तरच्छस्स वा Dasi 7.24. Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir णं विमाणा सव्वरतणामया अच्छा सण्हा लव्हा··· दरसणिज्जा अभिरूवा पडिरूवा Pannav. 2.49 (2.196); 2.50 ( 197 (1) ) 2.59(206) ; ईसीपन्भारा णं पुढवी अच्छा सण्हा लण्डा Pannav. 2. 66 (211) ; तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए णं इक्के महं पउमद्दहे णामं दहे पण्णत्ते उब्वेहेणं अच्छे सण्हे रययामयकूले जाव पासाईए जाव पडिरूवेत्ति Jambudar. 4. 74; से णं एगाए वईरामईए जगईए सव्वओ संमता संपरिक्खित्ते सा णं जगई। अच्छा सहा लहा दरिसणिज्जा अभिरुवा पढिरूवा Jambuddi. 1.8; अच्छेहिं सहेहि तेतेहि रययामहि अच्छरसातंडुलेहि चक्करयणस्स पुरओ अट्ठट्ठमंगलए आलिहर Jambuddi. 3.12; M. फलिहच्छोअरं दीसंतपट्ठिवेणीसिहाओ व सहंति GaudVa. 750; अंतो मणिदामच्छवि विच्छुरिभच्छंसु सुहावेह Gand Va. 780; णवरि अ अच्छालोम उअअ-गिरि क्खलिअ बद्दलजोण्डाणिवहा SetuBa. 10.30 ( विदूषक) सुवत्तुलं णित्तलमच्छमुज्जलं कमेण पत्तो णवमोत्तिअत्तणं KapMuñ. 3.4; 2 clear, clean (as applied to water etc.), AMg. ते णं तत्थ अच्छं पत्थं जच्चं तणुयं फालियवण्णाभं ओरालं उदगरयणं आसादेति viy. 15.65 (15.89 ); तीसे णं वाणारसीए नयरीए दिसीभाए गंगाए महानईए... गंभीर सीयलजले अच्छ-विमल-सलिल-पलिच्छपणे • अभिरूवे पढिरूवे Naya. 1.4.3; तर गं से फलिहोदए सत्तमसि सत्तमंसि परिणममाणंसि उदगरयणे जाए यावि होत्या – अच्छे पत्थे जच्चे ... सव्विदियगायपल्हायणिज्जे Naya. 1.12.19; अच्छविमलसलिलपूण्णं Jivabhi. 3. 118; अच्छं छव्विद्द पाणयमेयं भणियं परिकम्मपाउग्गं ārāh Pad. (v.) 423; परिसठियच्छदवगेण्हणट्टया गच्छमासज्जा OgliNi. 554; JM. ( वावी पुक्खरणीओ) पराइपाणियफलिइस रिच्छच्छ भरियाओ Tittho. 29. JS. कलुसीकदं पि उदयं अच्छं जह होइ कदयजोएण Bhaāni. 1073; अविरसमदुब्विगंध अच्छमणुण्डं अणदिसीदं Bhaāra. 1400; M. ( नान्दी) अच्छेतुं परिकीलिउं रस-सुहा- सोत्तेसु सुत्तेसु णो Candle. 1.1; Apa. लीलई अवगाइइ सरिद्दि सलिलु मयरंदगंध - बहलच्छविमलु PaNaca. (P.) 1.23.6; 3 pure, unmixed ( मलरहित), JM अच्छ-कय-कण्ण चिडओ महु-पिंगल- नयणओ मयंक - नहो KumaCa. (H.) 2.27; M. Candle. 1.1; 4 (clear) unhindered Apa. खणे खणे जाणिअ अच्छ पिसास PraPaing. 2.134; 5 spotless, clean, Apa. अच्छकबोलजुयलु मुहे तडियउ विहिं भावहिं ससिखंड य घडियउ *** अच्छ (accha ) adj. 1 white, bright (as applied to objects or eolour) [Hem.(Gr.) 4.350] AMg. ( अंजणपव्वता ) मूले विच्छिण्णा.... सव्वअंजणमया अच्छा सण्हा लहा अभिरुवा पटिरूवा Thana. 4.2.338 (307); ते णं दधिमुहपब्वया सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा Thapa. 4. 2. 340 (307); ते णं रतिकरपव्वता सव्वरयणामया अच्छा पडिरूवा Thapa. 4.2.344 (4.307); ते णं विमाणा ... सब्बरयणामया अच्छा सण्हा लहा ... अभिरुवा पडिरूवा SamavPra. 150; ते णं भवणा जाव • गंधवट्टिभूया अच्छा सण्हा ... अभिरुवा पडिरूवा SamavPra. 144; एत्थ णं चमरस्स उप्पायपव्वते पण्णत्ते... उपि विसाले वरवविग्गहिए महामउंद संठाणसंठिए सब्बरयणामए अच्छे जाव पडिरूवे Viy. 2. 8.1 (2.118) ; ते णं तत्थ अच्छं जच्यं तावणिज्जं महत्थं महग्धं महरिहं ओरालं सुवण्णरयणं अस्सादेति viy. 15.65 (15.90) ; ते णं भंते! किंमया पन्नत्ता ? गोयमा ! सब्वरयणामया अच्छा सन्हा जाव पडिरूवा Viy. 19.7.1 (1968); सरसच्छधाऊधवल • वण्णरईए ... कोट्टिमतले Naya. 1.1.18; तस्स णं असोगवरपायवस्स उवरिं बहवे अट्ठ अट्ठ मंगलगा पण्णत्ता, तं जहा सोवत्थिय दरिसणिज्जा अभिरूवा Uvav. 12; ईसीप भारा णं पुढवी सेया संखतल अच्छा सहा लण्हा दरिसणिज्जा अभिरुवा पढिरूवा Uvav. 194; तए णं से जाणविमाणस्स बहुमज्झदेस भागे एत्थ महं पिच्छाघर मंडवं विउव्वर ... अच्छे सण्हं लहं ... अभिरूवं पडिरूवं अच्छ (accha<aksa) m [at the end of the epds] [f. -1] RayPa. 32; 34; 36 38; तेसि णं तोरणाणं उपि अट्ठट्ठमंगलगा पण्णत्ता, तं an eye, AMg, अंजणपुंज निगरप्पगार्स रत्तच्छं लोहियलोयणं Uvas. 107; जहा – सोत्थिय... सव्वरयणामया अच्छा लण्हा सहा ... अभिरुवा पढिरूवा तयाणंतरं च णं जच्चाणं तर भलिहायणाणं हरिमेलामउलमल्लियच्छाणं Uvav. RāyP4. 21; 22; 23; ( मणिपेढिया ) सब्वमणिमईओ अच्छाओ जाव पडि- (v. 1.) 49; JM पडिखंभिअट्ट थंभय-यंभिअ-तणु-ठंभिमच्छेहिं Kuma रूवाओ Jivabhi. 3.380; 3.906; ते णं भवणा बाहिं बट्टा अच्छा सण्हा Ca. (H.) 2.86; अम्भंसि-दूसिअच्छं अफिडिल-कहमाणणं महेलाणं Kumāलण्डा···दरसणिज्जा अभिरूवा पडिरूवा Pannav. 2.30 (177) ; 2. 31 (178); ते Ca. (H.) 7.21; 7.64; सुणिऊण पउर-वयणं राया गुरु-कोव - जायर तच्छो सव्वरयणामया अच्छा सण्हा लहा JambuSa Ca. 4.13.9. अच्छ (accha < ?) Desi. adj. 1 very much, excessive, असयदुपसु अच्छे DeNaMs. 1.49 (comm. अच्छं अत्यर्थम् ); 2 quick, अइसयदुपसु अच्छे DeNaMa. 1.49 (comm अच्छं शीघ्रं च ) For Private and Personal Use Only अच्छ (accha ) . name of Mt. Mern or Mandara, AMg. मंदरस्स णं भंते पव्वयस्स कति णामवेज्जा पण्णत्ता ।... सोलस णामधेज्जा पण्णत्ता अच्छे य एवं वुच्चर मंदरे पव्वए Jambuddi. 4.260 (comm. सुनिर्मल:, जांबूनदरत्नबहुलत्वात् मेरुनाम P. 375.12 ) ; ता अच्छेसि णं पव्वयंसि SiraP. 5.1; 19.23. अच्छ (accha ) m (pl.) a particular Aryan country and its inhabitante, AMg. जावतीए णं अज्जो ! गोसालेणं मंखलिपुत्तणं ममं वहाए सरीरगंसि तेये निसट्टे से णं अलाहि पज्जन्ते सोलसन्हं जणवयाणं, तं जहा अंगाणं गाणं... अच्छाणं वच्छाणं viy. 15.87 (15.121); वइराड वच्छ वरणा अच्छा तह मत्तियावर दसण्णा सुत्तीमई य चेदी वीरभयं सिंधुसोवीरा Pannav. 1.93. v. 4 (102 v. 115); SuyTi.(S.) 123a. 5; PavSaro. 1590.Page Navigation
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