Book Title: Agam Sampadan Ki Yatra
Author(s): Dulahrajmuni, Rajendramuni
Publisher: Jain Vishva Bharati

View full book text
Previous | Next

Page 13
________________ ওও ८२ ९८ १०२ १०५ १०९ (१२) २१. दशवैकालिक : कार्य-पद्धति २२. दशवैकालिक : इतिहास और परम्परा २३. दशवैकालिक के अर्थ और ऐतिहासिक तथ्य २४. दशवैकालिक का पांचवां अध्ययन : एक दृष्टि २५. दशवैकालिक में भिक्षु के लक्षण २६. परम्पराओं के वाहक कुछ शब्द और उनकी मीमांसा २७. आगम-अध्ययन की दिशा २८. आगमकालीन सभ्यता और संस्कृति २९. उत्तराध्ययन के तीन टीकाकार ३०. उत्तराध्ययनगत देश, नगर और ग्रामों का परिचय ३१. उत्तराध्ययन और परीषह ३२. आगमों में विनय ३३. आगमों में विगयविवेक ३४. सूत्रकृतांग के आधार पर सभ्यता और संस्कृति ३५. निशीथ भाष्य के कुछ शब्द-चित्र ११३ ११८ १२६ १३७ १४९ १५४ १५८ १७१

Loading...

Page Navigation
1 ... 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 ... 188