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भूमिका, धारणा से अधिक विस्तृत हो गई है इससे यहां ही समाप्त कर देता हूँ । गवेषणा करने वाले संशोधक, सज्जन इससे अधिक इतिहास प्रकाश में लावें, और समाज का गौरब बढ़ावें । लेखक, प्रेरक, प्रकाशक आदि का परिश्रम सफल हो। शुभभूयात् ।
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सं. २०१८ फा० शु० २ गुरुवार
लालचन्द्र भगवान गांधी (निवृत्त जैन पंडित-बड़ौदा राज्य)
बड़ी वाड़ी, रावपुरा बड़ौदा
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