Book Title: Pallival Jain Itihas
Author(s): Daulatsinh Lodha
Publisher: Nandlal Jain Pallival Bharatpur

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Page 186
________________ (२२) श्री बामदेवसूरि पाटि २२ संवत ४५६ स्वर्ग (२३) श्री शांतिसूरि पाटि २३ संवत ४५ (६१) ५ स्वर्ग (२४) श्री जस्योदेवसूरि पाटि २४ संवत ५३४ स्वर्ग (२५) श्री नन्नसूरि पाटि २५ संवत ५७० स्वर्ग (२६) श्री उजोअरणसूरि पाटि २६ संवत्त ६१६ स्वर्ग (२७) श्री महेश्वरसूरि पाटि २७ संवत ६४० स्वर्ग (२८) श्री अभय(अजित) देवसूरि पाटि २८ संवत ६८१ स्वर्ग (२६) श्री प्रामदेव सूरि पाटि २६ संवत ७३२ स्वर्ग (३०) श्री शांतिसूरि पाटि ३० संवत ७६८ स्वर्ग (३१) श्री जस्योदेवसूरि पाटि ३१ संवत ७६५ स्वर्ग (३२) श्री नन्नसूरि पाटि ३२ संवत ८३१ स्वर्ग (३३) श्री उजोयणसूरि पाटि ३३ संवत ८७२ स्वर्ग (३४) श्री महेश्वरसूरि पाटि ३४ संवत ६२१ स्वर्ग (३५) श्री अभय(अजित) देवसूरि पाटि ३५ संवत १७२ स्वर्ग (३६) श्री प्रामदेवसूरि पाटि ३६ संवत ६६६ स्वर्ग (३७) श्री शांतिसूरि पाटि ३७ संवत १०३१ स्वर्ग (३८) श्री जस्योदेवसूरि पाटि ३८ संवत १०७० स्वर्ग (३९) श्री नन्नसूरि पाटि ३६ संवत १०६८ स्वर्ग (४०) श्री उज्जोयणसूरि पाटि ४० संवत ११२३ स्वर्ग (४१) श्री महेश्वरसूरि पाटि ४१ संवत ११४५ स्वर्ग Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

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