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(१२) तत्प? श्री सिंहगिरिसूरि पाटि (१३) तत्पट्ट श्री वयरस्वामि पाटि
(१४) तत्पट्ट तिणांरी शाखा २ तिणरा नाम प्रथम श्री वयरसेन पाटि १४ बीजो श्री पद्भ२ तिणरी नास्ति । तीजो श्री रथसूरि पाटि श्री पुसिगीर री शाखा बीजी वयरसेन पाटि
(१५) तत्पट्ट श्री चन्द्रसूरि पाट १५ संवत् १३० चन्द्रसूरि
(१६) संवत् १६१ (१६१) श्री शांतिसूरि थाप्यापट्ट १६ श्री संवत् १८० स्वर्गे श्री शान्तिसूरि पाटि १६ तिरणरै शिष्य ८ तिहारा नाम श्री महेन्द्रसूरि १ तिणथी मथुरावाल गच्छ, श्री शालिगसूरि श्री पुरवालगच्छ, श्री देवेन्द्रसूरि, -खंडेवालगच्छ, श्री आदित्यसूरि सोभितवालगच्छ, श्री हरिभद्रसूरि मंडोवरागच्छ, श्री विमलसूरि, पत्तनवालगच्छ, श्री वर्धमान सूरि भरवछेवालगच्छ ७ श्री मूलपाटे
(१७) श्री जसोदेवसूरिपाटि १७ संवत्३२६ वर्षे वैशाख सुदि ५ प्रल्हादि प्रतिबोधिता श्री पालिवालगच्छ थापना' संवत् ३६० (?) स्वर्ग
(१८) श्री नन्नसूरि पाटि १८ संवत ३५६ स्वर्ग (३६५) (१६) श्री उजोअरणसूरि पाट १६ संवत ४०० स्वर्ग (२०) श्री महेश्वरसूरि पाटि २० संवत ४२४ स्वर्ग (४४०)
(२१) श्री अभय(अजित) देवसूरि पाटि २१ संवत ४५० वर्षे स्वर्ग (४४६)
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