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श्री मिट्ठनलालजी कोठारी भरतपुर के श्री मिट्ठनलालजी कोठारी पल्लीवाल का जन्म संवत् १९४७ भाद्रपद शुक्ला ११ बुद्धवार तदनुसार दिनाङ्क २६ सितम्बर सन १८६० के दिन पहरसर ग्राम (जिला भरतपुर) में हुआ। आपके पिता का नाम श्री मूलचन्दजी और माताजी का नाम श्री धनवन्तीबाई था। जब आपकी आयु ६ वर्ष की थी तब
आप भरतपुर के लाला चिरंजीलालजी पल्लीवाल श्रेताम्बर जैन के दत्तक रूप में पाये। बाल्यकाल में विद्याध्ययन करते रहे । सन १६०८ की २४ दिसम्बर को आपके पिता श्री चिरंजीलालजी का स्वर्गवास हो गया। पिता के स्वर्गवासी हो जाने पर उनके रिक्त स्थान पर महकमे ड्योढीयान भरतपुर में राज्य ने इनको जगह दे दी। माननीया मां जी साहब श्री गिरिराज कौर जी० सी० आई०, जो उस समय के महाराज भरतपुर श्री किशनसिंहजी बहादुर की माता थीं, इनकी सेवाओं से बहुत प्रसन्न थीं और इन पर उनका पूर्ण विश्वास था। उन्होंने अपने दफ्तर कोठार में इनको कोठारी बना दिया, तभी से आप मिट्ठनलाल कोठारी के नाम से विख्यात हुए।
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