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श्री मिट्ठनलालजी कोठारी राज्य की नौकरी करते हुए भी आप सामाजिक धार्मिक क्षेत्र में सदा आगे बढ़कर काम करते रहे हैं । पल्लीवाल समाज और जैन धर्म की उन्नति के लिए समय-समय पर आप तन, मन, धन से सेवा करते आ रहे हैं।
पल्लीवाल जैन श्वेताम्बर मन्दिर भरतपुर की व्यवस्था पहिले बहुत खराब थी। मन्दिर की ऐसी दशा देखकर श्री मिट्ठनलालजी कोठारी ने उसका प्रबन्ध अपने हाथ में ले लिया !
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