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सोम (साजणदेवी)
रत्न (रत्नदेवी)
सिंह
साल्हा. (सोखलदेवी. दूल्हादेवी पूजा) (हीरादेवी)
डूंगर
नाराण बाछा गोधा
राघव
आसधर नागराज
धन
सायर
सहदेव
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देवराज शिवराज हेमराज खीमराज भोंज गुणराज वनगज १. जे० पु० प्र० सं० प्र० ४० पृ० ४२ २. प्र० सं० प्र० १०२ पृ० ६४
पत्तन के संघवीपाड़ा के ज्ञान भंडार में 'पंचाशकवृत्ति' के अन्त में यह प्रशस्ति अपूर्ण लिखित है।
कारण कि पुस्तक का वह पत्र जिसमें उक्त प्रशस्ति का शेष अंश था, नष्ट होगया, प्राप्त है।
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