Book Title: Comprehensive Critical Dictionary of Prakrit Languages Volum 01
Author(s): A M Ghatage
Publisher: Bhandarkar Oriental Research Institute

View full book text
Previous | Next

Page 243
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org अंजणसलागा तेलसमुग्गा अंजणसमुग्गा Jivabhi. 3. 334; तेलसमुग्गाणं जाव अंजणसमुग्गाणं झयाणं (बिउव्वंति ) Jivabhi. 3.445; तत्थ णं देवच्छंदए जिणपडिमाणं पुरओ असयं अंजणसमुग्गाणं संनिक्खित्तं चिट्ठति Jivabhi. 3.419. अंजण लागा (añjana-salagā<añjana-Salakā ) . s stick or pencil to apply collyrium with AMg, तिलगकर णि अंजणसला गं (वियाणा हि ) Sūy. 1.4.2.10. अंजणसिद्ध (anjana-siddha añjana-siddha) m. one who has become a clairvoyant Siddha with the use of collyrium, JM. दीसंति जोयसिद्धा अंजणसिद्धा वि के वि दीसंति VajLag. 141. अंजणसिद्दरि (añjana-sihari <añjana-Sikharin ) m the mountain called Añjana, Apa रेति वे वि बलएव हरि । णं तुहिणगिरिदंजणसिहरि Maha Pu. (P.) 69.13.1. 174 ange (añjana-sundari <añjanä-sundari) . Ajanāsundarl, wife of Pavansñijaya and mother of Hanūmat, JM मणि (अरिंदमाई ) ताण कणिट्ठावर अंजण सुंदरि त्ति नामेणं PaumCa. (V.) 15.12; अंजण सुंदरि-नमयासुंदरि रइसुंदरीओ य SiloMi 55; Apa तह दुहियंजणसुंदरी मणोज्ज Panm Ca (S) 18.3.5; अंजणसुंदरि णामेण इम सइ सुद्ध मुद्ध जिह जिण-पडिम Psum Ca. (S.) 19.10.2; कहिँ अंजणसुंदरि पाणपिय PaumCa. (S.) 19.12.3; 19.17.1; सुभदा रइसुंदरि अंजण सुंदरि दोवइदवती पमुह ... जयहिं महासद सील-घर SlSam 3.17. अंजणसेणा (anjanasena < añjanasenā ) 1. 1a Vidyādhara queen, JM. अंजणसे गाए देवीए नीलधरस्स विज्जाहररण्णो दुवे पुत्तभंडाणि VasuHi. 180. 17; 2 a daughter of a Brahmin (called Soma), JM सोमो माहणो, तस्स य वसुमती मज्जा, तेसिं दुहिया अंजणसेणा णाम VasuHi. 232 10; अंजणसेणा ... अणसणं घोरं काऊण कालगया VasuHi. 233.13. अंजणसेल (añjana-sela<anjana-śaila) m. the mountain called Añjana, JM मरिकणं संजाओ अंजणसेलम्मि दुद्धरो सीहो Akkha Ma Ko 75.11. अंजणा ( añjana <añjanā ) . I mother of Hanūmat, JM. तह दरिसणूसवसुहं, विज्जाहरिअंजणाए समं PaumCa (V.) 1.62; पवर्गजयस्स पुत्तो उयरे चिय अंजणाए संभूओ PaumCa. (V.) 53.18; पवणंजओ पविट्ठो सपुरं चिय अंजणासहिओ PaumCa- (V.) 15.98; दोणि वि.. संपत्ता अंजणाभवणं PaumCa. (V.) 15. 60; दावेमि अज्ज तुज्झं अंजणवरसुंदरि कक्षं PuumCa. (V.) 15.57; Apa. बहु अंजण वाउकुमारु वरु PaumCa. (S.) 18 4.10; णिविसेण पत्त अंजणहे भवणु PaumCa. (S.) 18. 12. 1; 2 fourth hellish region, AMg. एतासि णं सत्तण्हं पुढवीणं सत्त णामभेजा पण्णत्ता, तं जहा - अंजणा Thana. 7. 23 (546); णेरड्या (पुढवी ) सत्तविधा पण्णत्ता, तं जहा अंजणा चउत्थी Jivabhi. 3.4; JM. घम्मा बंसा सेला अंजण रिट्ठा य मघवई । नरयपुढवीण नामाई हुंति रयणाई गोत्ताई PavS&ro. 1072; JŚ. TiloPan. 1. 153; 3 name of a lake, AMg (रस) दापयमेव विरिणी भिंग भिंगप्पा देव अंजणा कज्जलप्पभा Jambuddi. 4.223; जंबूए दक्खिणपच्छत्थिमेण वि . अंजणा कज्जलप्पभा ... (पुवखरिणीओ ) Jivābhi. 3. 687; 4 name of a palace, AMg, तासि (पुक्खरिणीणं ) मज्झे पासायवडेंसगा पण्णत्ता. अंजणा कज्जलप्पभा (पुक्खरिणीओ) तं चेव पमाणं तहेव पासायवडेंसगोतप्पमाणो Jivabhi. 3.687; 5 name of a mountsin, of. अंजणागिरि etc. अंजणगिरि (afjanā giri cañjangiri) . I ane of the eight Diśāhastikūtas of Mandara mountain, AMg. मंदरे पव्वते साबणे दिसाहत्यिकूडा पण्यता वा मुत्थि गरी , 11 अंजलिउड Thāns. 8. 91 (641) ; एवं चेव अंजणागिरिदिसाइत्थिकूडे मंदरस्स दाहिणपच्चत्थिमेणं दक्खिणिल्लाए सीतोदाए पचत्थिमेण Jambuddi. 4.295; 2 the presiding deity of the Disahastikuta, AMg एयस्स वि अंजणागिरी देवो Jambuddi. 4.229. Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अंजणातणन (anjanātanaaañjana-tanaya) m. the son of Aūjanā i. e. Hanūmat, JM. अंजणातणओ... निययपुर पत्थिओ सिग्धं PaumCa.(V.) 47.28; अंजणातणओ पहणर रक्खसमुहडा PammC. (V.) 53. 83. अंजणा ( añjanāha < añjanābha) adj. having the lustre of collyrium, M. उर-ठिअ सिरि-वच्छ-कोत्थुहं दे हरइ ण किं जणमंजणाहमंगं Ushni. 3.37. अंजणि (añjania <añjanikā) Deít. (f.) [DeNaMs. 1.37] a plant also called Tamila (comm. अंजणिअरु कण्हं ) अंजणी ( anjani <anjani) / a box of collyrium, AMg. अदु अंजणि अलंकारं कुक्कययं मे पयच्छाहि Say. 1.4.2.7 (comm, कब्जलाधारभूता नलिका) अंजणेय (añjaneya <añjaneya). the son of Afjanā, i. e. Hanūmat, Apa. जं अंजणेयगुणवित्थरणु Mah&Pu.(P.) 69.2.7; हरिसिउ अंजणेउ एत्थंतरें घण्णउ एक्कु रामु भुवणंतरें PaumCa. (V.) 49.9.6. अंजलि (afijali) w. // [also अंजली, अंजु] [of Hem (Gr.) 1.35; वेमा ल्यायाः स्त्रियाम् ] the folded hanils, cavity produced by the palms of the two hands touching at the bottom and open or closed above, AMg. नीयं च पाए वंदेज्जा नीयं कुब्जा य अंजलि Dasave. 9.2; 17; जे इमे पासंस्था इज्जजलिहोमजप्पउंदुरुक्कनमोकारमाझ्याई भावावस्सयाई करेति ApuOg. 27; णो वंद्रिय वंदिय जाएजा णो अंजलि कट्टु जाएजा āyar. 23.61; सिरसावत्तं मत्थए अंजलि कट्टु viy. 2. 1. 50; (2.68) ; 3. 1. 16 ( 3. 17 ) ; Nayā. 1. 1. 19; 1.5.13; Uvas 146; 7.34; Viva. 1.1.66; Niraya. 23; RayPa 10; Dass. 10.4; Vava. 1.33; Jambuddi. 2.65 Kapp. 4. नरयमालातवियं तयं से देति कलसेण अंजलीमु Panha. 1.26; JM तत्थंजलिणा कणयं रयणाई वि अंजलीइ देइ जणो KumāCa (E.) 1.27; 5.30; 6.33; करकमलंजलिमउलं मोलिम्मि ठवित्तु विष्णवंति जहा KalKa 74; एवं च सूरिमुहमयंक वज्जरिये देसणामयं कन्नंजलिहि आवियमाणाणं खणेणावगयं मिच्छत्तविसं NamSuka 853 (1) ; भरिऊण तंदुलाणं रज्झइ कूरं च अंजली तस्स RitSamu. 61; J5 खयरामरमगुयकरंजलिमालाहिं च संयुया विउला BhavPs. 75; अभुट्टा अंजलि आसणदाणं च अतिहिपूजा व Mali. 583(7) ; अम्मुट्ठाणं किदिकम्मं णवणं अंजलीए मुंडाणं ( विणओ) Mala 373 ( 5 ); कि रियम्मम्मुट्ठाणं णवणंजलि आसणुवकरणदाणं ( काश्वविणओ) SraĀ (V. ) 328; M. सूरच्छलेण पुत्तभ कस्स तुमं अंजलि पण मेसि GaSa Sa. 4.32; संज्झासमए जलपूरिअंजलि विहडिएका मभरं GaSS. 5.48; 4.46; 4. 55; सेवंजलिमिलि अण्डालमंडला होंति हठपणामेसु । णूमिअभिउडीभंग व जस्स पडियससाता Gandva 163, 988884 निदं च निपु मम्मि झाऊण LIla 651; पिज्जंति जत्थ णासंजलीहि उज्जाणगंधवहा Lila. 59; 510; 8. (प्रतीहारी) अज कमलमउलाआरं अंजलि सीसे णिवेसिभ देवो चंदसिरी अजं विष्णवेदि MudrāRa. 20.11; Apa. अहिणवश्क्खुरसहो भरियंजलि ताव सुरेहि मुक्कु कुसुमंजलि PaumCa. (S.) 2. 17.5; अण्णेक्कर हउ हारावलिए अण्णेकएक कुसुमंजलिए JasCa. 2. 34.5; करकमलंजलि सीसे चडाविवि JambūSaCa. 8. 7.5; गलइ नियंतहो णं अंजलिनलु JambāS&Ca. 11. 1.7; तुरिउ जलंजलि देसु San KC. 636.9; पाणिय अंजुलि देहि तहो Sivaca. 1.43 15. अंजलिउड (añjali-uda < añjali-puta ) . the bud like For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355 356 357 358 359 360 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430