Book Title: Astha ki aur Badhte Kadam
Author(s): Purushottam Jain, Ravindar Jain
Publisher: 26th Mahavir Janma Kalyanak Shatabdi Sanyojika Samiti
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= आस्था की ओर बढ़ते कदम कांफ्रेंस में इतिहासकारों से अच्छी भेंट हो जाती है। इतिहास
के बारे में विमर्श हो जाता है। __पंजावी साहित्य अकादमी लुधियाना :
यह संसार के पंजाबी लेखकों की केन्द्रीय संस्था है। जिसे सरकार की सहायता प्राप्त है। इस के सदस्य बनने के लिए पहली शर्त है कि कम से कम ३ पुस्तकें पंजावी भाषा में प्रकाशित हो चुकी हों। हम दोनों इस संस्था के लाईफ मैंबर हैं। इस के चुनावों में हमें भाग लेने का सौभाग्य मिला है। आचार्य सुशील कुमार जैन मैमोरीयल ट्रस्ट :
. इस संस्था की स्थापना आचार्य साध्वी डा० साधना जी महाराज ने, आचार्य श्री सुशील कुमार जी के स्वर्गवास के वाद की थी। इस का उद्देश्य आचार्य का स्मारक वनाना था : साध्वी जी की आज्ञानुसार स्मारक का कार्य चल रहा है। इस स्मारक की १०० लदस्यों वाली विश्व स्तरीय कमेटी के हन दोनों सदस्य हैं। साध्वी स्वर्ण अभिनंदन ग्रंथ समिति :
उपप्रवर्तनी श्री स्वर्णकांता जी महाराज की ५०वीं दीक्षा जयंती पर, गुरूणी के भक्तों ने इस समिति का निर्माण किया था। समिति में मुझे संयोजक रखा गया। अभिनंदन ग्रंथ में मुझे प्रधान सम्पादक बनाया गया। इस समिति के तत्वाधान में अभिनंदन ग्रंथ छपा। आदिश्वरधाम :
___ आदिश्वर धाम के संस्थापक जैन आचार्य श्री विमल मुनि जी महाराज हैं। उन्होंने इस ट्रस्ट की कार्यकारिणी का उप-प्रधान नियुक्त किया है। मैं जितनी सेवा इस संस्था की करना चाहता हूं, वह पर्याप्त नहीं। इस संस्था के कार्य में
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