Book Title: Astha ki aur Badhte Kadam
Author(s): Purushottam Jain, Ravindar Jain
Publisher: 26th Mahavir Janma Kalyanak Shatabdi Sanyojika Samiti
View full book text
________________
-आस्था की ओर बढ़ते कदम रवप्न रथली है। यह विशाल राजमार्ग. अपना आकर्षण रखता है । . .. .
- राजरथान टूरिज्म द्वारा स्वागतम होटल से नियमित होटल से यात्रा की जा सकती है । राजस्थान के इस नगर में सैकड़ों जैन मन्दिर हैं, स्थान हैं, जैन उपाश्राय हैं, प्रकाशन संस्थान हैं । जैन समाज की यहां अनेकों शिक्षण संस्थान व हरपताल मानव जाति की सेवा में कार्यरत हैं । राजस्थान के शहर में देखने को बहुत कुछ है । इस प्रकार की संरचना वहुत सुन्दर है, खुली सड़कें हैं । दर्शनीय स्थल :- जयपुर में हवा महल, सिटी पैलेस, म्यूजियम, इवल खेटड़ी, सोशल म्यूजियम, आमेर के महल, नाहरगढ़, रामगढ़, जन्तर मन्तर, जौहरी बाजार, टैक्सटाईल के लिये वापू वाजार, त्रिपोलिया (तांवे-निकासी की वस्तुएं। शॉपिंग सैन्टर देखने योग्य हैं ।
राजस्थान की इस प्राकृतिक व एतिहासिक भूमि पर स्थापत्य कला के प्राचीनतम अप्रतिम सौन्दर्य वाले मन्दिरों, गढ़ों, रानियों के जौहर, वीरता में रंगी माटी का एक और मनोरम महल है जिसे सिटी पैलेस के नाम से जाना जाता है । यह मात्र महल ही नहीं एक नगर भी है ।
इसके उत्तर पश्चिम महल के मध्य में दुग्ध धवल सात मंजिल संगमरमरी पत्थरों से चन्द्रमहल में महाराजाओं का अतीत सजीव हो उठा है । चन्द्रमहल से उत्तर के महल के वगीचे में गोविन्दजी का मन्दिर है । जयपुर में सर्वप्रसिद्ध पांच मंजिल हवामहल सिटी पैलेस के निकट ही हैं । महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने संवत् १७EE में इसका निर्माण करवाया था । इसकी स्थापत्य शैली भी अद्भुत है, पीछे ३६० खिड़कियों से ठंडी हवा आकर. शीतलता प्रदान करती है । यह महल देखने में पिरामिड जैसा दिखता है ।
420