Book Title: Astha ki aur Badhte Kadam
Author(s): Purushottam Jain, Ravindar Jain
Publisher: 26th Mahavir Janma Kalyanak Shatabdi Sanyojika Samiti
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- आस्था की ओर बढ़ते कदम अभिनंदन ग्रंथ में पाए योगदान की प्रशंसा की गई। फिर सम्पादक मण्डल ने साध्वी श्री स्वर्णकांता जी महाराज को एक बहिन के माध्यम से अभिनंदन ग्रंथ समर्पित किया। यह भव्य समारोह बहुत विशाल था। शायद उतर भारत का विशालं समारोह, जिस में वसों, कारों आये जन समूह की भरमार थी, ऐसा भव्य समारोह शायद ही मैंने पहले देखा हो।
फिर हमारे द्वारा साध्वी श्री स्वर्णकांता जी महाराज को चादर समर्पित की गई। सचित्र कथा का विमोचन गुरूणी के सांसारिक..भतीजे श्री कीमती लाल जैन दिल्ली ने किया।
. इस अवसर पर हमारा दो दो अलंकरणों से सम्मान किया गया। इस में पहला था श्रावक शिरोमणी, दूसरा विशिष्ट अतिथि का सन्मान था। हमें दो शाल, दो मोमैटो श्री संघ ने भेंट किए।
इस समारोह में सभी संपादकों शालें भेंट करके किया गया। यह समारोह हमारी साध्वी स्वर्णकांता जी महाराज के प्रति आस्था का फल था। इस समारोह हमारे द्वारा एक भव्य आयोजन धा।
इस निबंध में डा० किरण कला जैन कुरूक्षेत्र को उनके शोध निबंध स्याद्वादमंजरी पर किए शोध कार्य के लिए इंटरनैशनल पावर्ती जैन अवार्ड से सम्मानित किया गया। आप के पति जैन जगत के प्रसिद्ध विद्वान डा० धर्म चन्द जैन हैं। यह अवार्ड काफी समय पहले हमारे द्वारा घोषित हुआ था। आज हमें प्रदान करने का सौभाग्य मिल रहा था। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री जितेन्द्र जैन, श्री सुभाष गोयल के अतिरिक्त सैशन जज, श्री फकीर चन्द अग्रवाल, डा० तेज सिंह गौड, व डा० मदन लाल हसीजा का श्री संघ ने सम्मान किया।
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