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पच्चीस क्रिया ।
(२६)
१ मन क योग अशुभ प्रवताने से मणप्पउग क्रिया लगे। २ वचन के योग अशुभ प्रवर्ताने से वयप्पउग क्रिया लगे। ३ काया के योग अशुभ प्रवर्ताने से कायप्पउग
क्रिया लगे। २४ सामुदाणिया क्रिया-के तीन भेद अणंतर सामु
दाणिया, परंपर सामुदाणिया तदुभय, सामु० । १ अणंतर सामुदाणिया जो अन्तर सहित क्रिया लगे। २ परंपर सामुदाणिया जो अन्तर रहित क्रिया लगे। ३ तदुभय सामुदाणिया जो अन्तर सहित
और रहित क्रिया लगे। २५ इरिया वहिया क्रिया-मार्ग में चलने से यह
क्रिया लगती है।
॥ इति पचीस क्रिया सम्पूर्ण ॥
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