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बीनो समवायो
दूसरा समवाय
१. दो दंडा पण्पत्ता, तं जहा- __ अहादंडे चेव, अरणहादंडे चेव ।
१. दण्ड/हिंसा दो प्रजप्त हैं । जैसे किअर्थदण्ड/प्रयोजनभूत हिंसा और अनर्थदण्ड/निप्प्रयोजन हिंसा ।
२. दुवे रासी पण्णत्ता, तं जहाजीवरासी चेव, अजीवरासो चेव।
२. राशि दो प्रशप्त हैं । जैसे कि___ जीव-राशि और अजीव-राशि ।
३. दुविहे बंधणे पण्णते, तं जहा
रागवंधणे चेव, दोसबंधणे चेव ।
३. वन्धन द्विविध प्राप्त हैं। जैसे कि
राग-बन्धन और द्वेष-बन्धन ।
४. पुन्वाफग्गुणीनक्खत्ते
पण्णत्ते।
दुतारे
४. पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के दो तारे प्रज्ञप्त
५. उत्तराफग्गुणीनक्खत्ते पण्णत्ते।
दुतारे
५. उत्तराफाल्गुनी-नक्षत्र के दो तारे
प्रज्ञप्त हैं।
दुतारे
६. पुन्वामद्दवयानक्खत्ते
पण्णते।
६. पूर्वाभाद्रपदा-नक्षत्र के दो तारे
प्रजप्त हैं।
७. उत्तरानद्दवयानक्खत्ते
पण्णते।
दुतारे
७. उत्तराभाद्रपदा-नक्षत्र के दो तारे
प्रज्ञप्त हैं।
८. इमीसे गं रयणप्पहाए पुढवीए
अत्यगइयाणं नेरइयाणं दो पलिमोवमाई ठिई पण्णता।।
८. इस रत्नप्रभा पृथ्वी पर कुछेक नैरयिकों की दो पल्योपम स्थिति प्राप्त है।
६. दुच्चाए पुढवीए प्रत्येगइयाणं
नेरइयाणं दो सागरोवमाई ठिई पण्णत्ता।
६. दूसरी [ शर्कराप्रभा] पृथ्वी पर कुछेक नैरयिकों की दो सागरोपम स्थिति प्राप्त है।
नमवाय-सुत्तं
समवाय-२