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कीया स्वल्प समय में ही आपने दीव्य पुरुषार्थ द्वारा जैन समाजपर बडा भारी उपकार कीया आपश्रीकों ज्ञानका तो श्राले दर्जेका प्रेम है जहां पधारते है वहां ही ज्ञानका उद्योत करते है. - ओशीयों तीर्थ पर पाठशाला बोर्डीग कक्क क्रन्ति लायब्रेरी, श्री रत्न प्रभाकर ज्ञान भंडार आदि में आप श्रीने मदद करी है फलोधी में श्री रत्नप्रभाकर ज्ञान पुष्पमाला संस्था-ईस्की दुसरी साखा ओशीयोंमें स्थापन करी जिन संस्थावों द्वारा जैन श्रागमों का तत्त्वज्ञानमय आज ७५ पुष्प नीकल चुके है जिस्की कीताबे १५३००० करीबन हिन्दुस्तान के सब विभागमें जनता कि सेवा बजा रही है इनके सिवाय जैनपाठशाला जैन लायब्रेरी आदि भी स्थापन करवाइ गइ थी हम शासन देवनावोसे यह प्रार्थना करते है कि एसे पुरुषार्थी महात्मा चीरकाल शासन कि सेवा करते हमारे मरूस्थल देशमें बिहार कर हम लोगोंपर सदैव उपकार करे । शम्
आपश्रीके चरणोपासक
इन्द्रचंद पारख
जोइन्ट सेक्रेटरी, श्री जैन नवयुवक मित्र मण्डल
ऑफीस-लोहावट ( मारवाड.)