Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
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काळ-पूछियो ( २३२ )
काळी नाग काळ-पूछियो-(वि०) १. अशुभ (व्यक्ति)। ३. काम सम्पादन के लिये रिश्वत देने, २. अशुभ कर्मा।
खुशामद करने और भाग-दौड़ करने आदि काळबी-(वि०) १. काले रंग की । काली। कठिन और हैरानी की कार्यवाही। ४. जैसे
२ मडा दया बाजरी. ज्वार ग्रादि मोटा तैसे करके किया जाने वाला गुजारा । २. सड़
५. अनुचित कार्य । अनाज) (न0) खराब अन्न । कदन्न । काळबूट-(न०) वह ढाँचा जिस पर मढकर कालावाला- (न०) १.भोली भाली विनती। .. जूता तैयार किया जाता है । कलबूत ।
२. शुद्ध मन की प्रार्थना । ३. खुशामद ।
गिड़गिड़ाहट । आजिजी।। काळबेलियो-(न०)सँपेरा।।
काळास-(न०) १. कालापन । कालिमा । काळ-भुजाळ-(न०) काल से भी युद्ध करने ।
२. साधारण कालापन . ३. दुर्भावना। ___ में समर्थ वीर।
४. पाप। काळमिस-(ना०) कालिख ।
काळाहरण-(ना०) काली घटा । काले काळमी-(ना०) १. लोक देवता पाबूजी की बादलों की घटा । __घोड़ी का नाम । २. काली घोड़ी। काळांतर-दे० काळ तर । कालर-(ना०) १. खेती के अयोग्य जमीन । काळांतरै-दे० काळंतरै ।
२. घास के संग्रह के निमित्त व्यवस्थित काळिज-(न0) कलेजा । रूप से लगाया जाने वाला शिखराकार काळियार-(न०) काला हरिण । ढेर । कराही।
काळियो-(वि०) १. काले वर्ण का । (न०) काळ तर-(अव्य०) कालांतर । समय बाद। १. नाग । २. अफीम। .. काळ तरै-(प्रव्य०) १. कालांतर में । २. कालिंगडो-(न०) संपूर्ण-जाति की एक समय पाकर।
राग। कालाई-(ना०) १. पागलपन । २. मूर्खता। कालिंद्री-(ना०) यमुना नदी । गहलाई।
काली-(वि०) १. पगली । २. मूर्ख । । काळाई-(ना०) कालापन । श्यामता । काळी-(वि०) काले रंग की। काली । काळास।
(ना०) काली देवी। कालिका । काळाखरियो-दे० काळ-पाखरियो। काळी कांठळ-(ना०) काली घटा। मेघ काळागर-(न०) अफीम ।
घटा । काळायरण। काला-गहिलाँ-रो-दातोर-(वि०)१.पागल के काळी छाँग-दे० काळी थाट ।
समान दानी । अति उदार । २. असहाय काळीजीरी-(ना०) एक पेड़ की फली के
व निर्बलों का पालन-पोषण करने वाला। बीज।। काळा-धोळा-(न०) काली करतूतें । कार- काळीथाट-(ना०) बकरियों का समूह । स्तानी । २. छल-कपट । ३. उलटे काम। टाटा छाँग । छांग ।
अनुचित काम । ४. बदचलनी। काळी द्रह-(ना०) वृन्दावन के पास यमुनानदी कालापरणो-दे० कालाई ।
का एक द्रह जिसमें कालिय नाग रहता था। काळा-पीळा-(न०) १. कार्य संपादन करने काळीधार-(ना०) १. काली द्रह । काली
के लिये उचितानुचित का विचार नहीं दह । २. भयंकर आफत । भारी दुख । करने की कार्य प्रणाली । २. कार्य-संपादन काळी नाग-(न०) व्रज में यमुना नदी के के लिये उठाया गया कठिन परिश्रम । काली दह में रहने वाला एक प्रसिद्ध जल
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