Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
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नीचा-जोया (६९५)
नीधसणो नीचा-जोया-(न०) १. किसी कुकृत्य-जन्य होना। खूटणो। २. समाप्त करना।
कलंक के कारण समाज के सम्मुख खतम करना। खुटोवरणो। ३. धीरज लज्जित बने रहने की या दबा हुआ रखना । ४. आजमाना । जाँचना । रहने की स्थिति । २. दुष्कर्म द्वारा परखरगो। उत्पन्न लज्जा के कारण कूल का नीचा नीठानीठ-(क्रि०वि०) बहुत मुश्किल से । देखने की स्थिति में होना। ३. शर्म से जैसे-तैसे करके । नीचा देखने का संयोग। ४. लज्जित नीठा-दे० नीठ । होना पड़े ऐसी स्थिति।
नीठा-सी-(क्रि०वि०) बहुत मुश्किल से । नीचारण-(ना०) १. जमीन का नीचे का नीड़-(वि०) कठिन । (न०) १. चिड़ियों
भाग । ढलमा भाग । नीची जगह । का घोंसला । माळो। २. रहने का ढलुापन । २. निचाई। नीचांत ।
स्थान । निवास स्थान । ३. नदी के नीचांत-दे० नीचाण।
किनारे का प्रदेश । नइयड़। (फि०वि०) नीचे-(क्रि०वि०) निम्न तल की ओर ।। निकट । पास । अधो भाग में । हेठे।
नीत-दे० नीति । नीचे-ऊपर-(प्रव्य०) अव्यवस्थित । अस्त- नीतर-(अव्य०) नहीं तो। व्यस्त ।
नीतरणो-दे० नितरणो। नीचो-(वि०) १. जिसके आसपास का तल नीति-(ना.) १. लोक व्यवहार का ढंग ।
ऊंचा हो। जो गहराई पर हो । जहाँ २. धर्मानुसार आचरण । ३. सदाचार । गहराई हो। २. ऊंचाई में सामान्य की ४. लोकाचार की वह पद्धति जिससे प्रपेशा कम । जो ऊंचाई पर न हो । ३. अपना हित होने के साथ साथ सभी का झुका हुमा । नत । ४. कम ऊंचाई वाला हित हो । ५. समाज की भलाई के लिये ५. खोटा । बुरा। ६. जो गुण, जाति, निश्चित आचार-व्यवहार । नीति । नय । पद में उतरता हुआ हो।
६. व्यवहार का तरीका जिससे अपनी नीचो-जोयो-दे० नीच-धूरिणयो।
भलाई हो पर दूसरों को तकलीफ न नीछटणो-(क्रि०) १. प्रहार करना ।। हो । ७. सदाचार पूर्ण व्यवहार । नीति । मारना। २. मार मारना । पीटना। ८. न्याय व्यवहार । ६. मंशा । इरादा। ३. निकलना । ४. फेंकना ।
नीतिभ्रष्ट-(वि०) १. नीति से विचलित । नोछौ- (न०) इनकार । अस्वीकार । २. अनैतिक । ३. दुराचारी । नीझर-(न०) झरना । सोता । निर्भर । नीतिरीति-(ना०) १. चालचलन । वर्तन । नीझरण-(न0) झरना । निझर । सोता चालचळगत । २. सदाचार ।
मरणो। (ना०) १. वर्षा की झड़ी। नीतिहीन-(वि०) नीतिभ्रष्ट । २. वर्षा की ध्वनि ।
नीतोताई-(वि०) १. उच्छखल । २. नीझरणी-(ना०) १. निर्भरणी । नदी। नखराली। २. छोटा सोता । झरना ।
नीधणियो-(वि०) १. जिसका कोई मालिक नीठ-(अव्य०) कठिनाई से। मुश्किल से न हो । २. लावारिश (वस्तु) । किसी तरह । नीठां।
नीधसणो-(क्रि०) १. नगाड़े का बजना । नीठणो-(क्रि०) १. समाप्त होना। खतम २. नगाड़े का बजाना ।
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