Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 713
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नौधंस (, ६९६ ) नीराजन नीध्रस-दे० नीघस । उत्पन्न करने वाला । रचने वाला। नीध्रसणो-दे० नीधसणो। • नीम हकीम-(न0) ऊंट वैद्य । नीपज-दे० निपज । नीमाड़ो-दे० नीवाड़ो। नीपजणो-दे० निपजणो । नीमी-(ना.) १. रुपया-पैसा । २. मालनीपण-(न०) १. चारण । २. याचक । ___ मत्ता। धन। ३. जायदाद । (वि०) ३. गारा । कीचड़ । ४. लीपने की वस्तु। आधी। ५. लीपने का काम। नीमे-(अव्य०) प्राधे हिस्से से (हुंडी)। नीपणो-(क्रि०) १. गोबर, मिट्टी प्रादि से जैसे-हंडी रु० १०००) अखरै रुपिया किसी जगह को लेपना । लीपना । २. ___ हजार री, नीमे रुपिया पांच सौ रा दूणा पोतना। पूरा साहजोग दीजो। नीपणो-गूपणो-(क्रि०) लीपना-पोतना । नीमोनीम-(अव्य०)१. प्राघोप्राध । २. प्राधे लीप-पोत कर स्वच्छ करना । नीम-(ना०) १. नींव । २. प्राधार । का प्राधा। पायो । ३. प्राधी दूरी । (न०) नीम । नीयत-(ना०) १. मनोवृत्ति । प्रांतरिक वृक्ष । निब । नीमड़ो। (वि०) आधा। भावना । २. प्राशय । ३. मंशा । इच्छा। नीमगिलोय-(ना०) नीम वृक्ष के ऊपर मन का इरादा । ४. उद्देश्य । नीर-(न०) १. पानी । जल। २. कांति । फैलने से गिलोय लता का नाम । प्राभा । ३. शोभा। नीमजणो-(क्रि०) १. निमज्जना। स्नान करना । नहाना। २. उज्ज्वल होना । नीरकी-(ना०) मद्य । शराब । ३. पवित्र होना । ४. गोता लगाना। नीरखीर-(न०) १. पानी और दूध । २. डुबकी मारना । ५. दो टुकड़ों में कट सारग्राही वृत्ति । (वि०) सारग्राह्य । जाना । ६. जन्म लेना । उत्पन्न होना। नीरज-(न०) १. कमल । २. मोती। ७. ठानना । प्रारंभ करना। नीरण-(न०) १. घास-चारा। २. पशुओं नीमजर-(ना०) नीम की मंजरी । निबं. को घास-चारा डालने का काम । नीरण मंजरी। रो काम । नीमड़ो-(न०) नीम वृक्ष । नीरणी-(ना०) १. गाय, भैस आदि धर के नीमण-(वि०) जो भीतर से खाली या पशुओं को नियत समय पर डाला जाने पोला न हो । ठोस । ___ वाला घास-चारा । २. ढोरों का डाले नीमरिणयाइत-(वि०) १. नियुक्त करने जाने वाला घास । वाला । मुकर्रर करने वाला । २. जन्म नीरणो-(क्रि०) घर के गाय, भैस आदि देने वाला । उत्पन्न करने वाला। पशुत्रों को नियत समय पर घास-चारा नीमणो-(क्रि०) १. नियुक्त करना । मुकर्रर डालना । ढोरों को घास डालना । करना । २. निश्चित करना। ३. निश्चय नीरद-(न०) बादल । करना । विचार करना । ४. जन्म लेना। नीरध-(न०) समुद्र । नीरधि । उत्पन्न होना । ५. निर्माण करना। नीरस-(वि०) रस रहित । निरस । बनाना। नीराजगो-(क्रि०) आरती उतारमा । नीमवरण-(न०)१. जन्म । उत्पत्ति । (वि०) नीराजन-(ना०) भारती। For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723