Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
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नौधंस
(, ६९६ )
नीराजन नीध्रस-दे० नीघस ।
उत्पन्न करने वाला । रचने वाला। नीध्रसणो-दे० नीधसणो।
• नीम हकीम-(न0) ऊंट वैद्य । नीपज-दे० निपज ।
नीमाड़ो-दे० नीवाड़ो। नीपजणो-दे० निपजणो ।
नीमी-(ना.) १. रुपया-पैसा । २. मालनीपण-(न०) १. चारण । २. याचक ।
___ मत्ता। धन। ३. जायदाद । (वि०) ३. गारा । कीचड़ । ४. लीपने की वस्तु।
आधी। ५. लीपने का काम।
नीमे-(अव्य०) प्राधे हिस्से से (हुंडी)। नीपणो-(क्रि०) १. गोबर, मिट्टी प्रादि से
जैसे-हंडी रु० १०००) अखरै रुपिया किसी जगह को लेपना । लीपना । २.
___ हजार री, नीमे रुपिया पांच सौ रा दूणा पोतना।
पूरा साहजोग दीजो। नीपणो-गूपणो-(क्रि०) लीपना-पोतना ।
नीमोनीम-(अव्य०)१. प्राघोप्राध । २. प्राधे लीप-पोत कर स्वच्छ करना । नीम-(ना०) १. नींव । २. प्राधार ।
का प्राधा। पायो । ३. प्राधी दूरी । (न०) नीम ।
नीयत-(ना०) १. मनोवृत्ति । प्रांतरिक वृक्ष । निब । नीमड़ो। (वि०) आधा।
भावना । २. प्राशय । ३. मंशा । इच्छा। नीमगिलोय-(ना०) नीम वृक्ष के ऊपर
मन का इरादा । ४. उद्देश्य ।
नीर-(न०) १. पानी । जल। २. कांति । फैलने से गिलोय लता का नाम ।
प्राभा । ३. शोभा। नीमजणो-(क्रि०) १. निमज्जना। स्नान करना । नहाना। २. उज्ज्वल होना ।
नीरकी-(ना०) मद्य । शराब । ३. पवित्र होना । ४. गोता लगाना। नीरखीर-(न०) १. पानी और दूध । २. डुबकी मारना । ५. दो टुकड़ों में कट सारग्राही वृत्ति । (वि०) सारग्राह्य । जाना । ६. जन्म लेना । उत्पन्न होना। नीरज-(न०) १. कमल । २. मोती। ७. ठानना । प्रारंभ करना।
नीरण-(न०) १. घास-चारा। २. पशुओं नीमजर-(ना०) नीम की मंजरी । निबं. को घास-चारा डालने का काम । नीरण मंजरी।
रो काम । नीमड़ो-(न०) नीम वृक्ष ।
नीरणी-(ना०) १. गाय, भैस आदि धर के नीमण-(वि०) जो भीतर से खाली या पशुओं को नियत समय पर डाला जाने पोला न हो । ठोस ।
___ वाला घास-चारा । २. ढोरों का डाले नीमरिणयाइत-(वि०) १. नियुक्त करने जाने वाला घास ।
वाला । मुकर्रर करने वाला । २. जन्म नीरणो-(क्रि०) घर के गाय, भैस आदि
देने वाला । उत्पन्न करने वाला। पशुत्रों को नियत समय पर घास-चारा नीमणो-(क्रि०) १. नियुक्त करना । मुकर्रर डालना । ढोरों को घास डालना ।
करना । २. निश्चित करना। ३. निश्चय नीरद-(न०) बादल । करना । विचार करना । ४. जन्म लेना। नीरध-(न०) समुद्र । नीरधि । उत्पन्न होना । ५. निर्माण करना। नीरस-(वि०) रस रहित । निरस । बनाना।
नीराजगो-(क्रि०) आरती उतारमा । नीमवरण-(न०)१. जन्म । उत्पत्ति । (वि०) नीराजन-(ना०) भारती।
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