Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan

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Page 720
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मौकरी नोहराळ नोकरी-(ना०) सेवा । नौकरी । चाकरी। संक्षिप्त पंक्तियाँ । सार लेख । सार भाव । नोकार-(10) जैन धर्मानुयायियों के जपने ३. टिप्पणी । ___ का एक मंत्र । नवकार । नोपत-दे० नोबत । नोकारसी-(ना०)१. मात्र जैनों को कराया नोबत-(ना०) १.देवमंदिरों या राज्यप्रासादों जाने वाला भोजन समारंभ । नौकारशी। आदि में शहनाई के साथ बजाया जाने २. एक व्रत (जैन)। वाला एक मंगलसूचक बाजा । नौबत । नोख-(ना०) १. बात । २. अच्छी बात। २. बड़ा नगाड़ा। ३. दशा। स्थिति । चौज । ३. पाश्चर्य । (वि०) १. ४. संयोग । ५. बारी। पारी । अद्वितीय । अनोखा। २. सुन्दर। ३. नोबतखानो-(न०) १. मंदिर, प्रासाद मादि नया। __ का वह स्थान जहां नौबत बजाई जाती नोखाई-(ना.) १. अनोखापन । विलक्ष- है। २.मंदिर, राज्यप्रासाद आदि में नौबत णता । विशेषता। २. नवीनता। ३. ढोल प्रादि वाद्य रखे जाने का स्थान । सुन्दरता। नोबती-(न0) नौबत बजाने वाला। नोखी-(वि०)१. अद्भुत । नयी । २. जुदी। नोरता-(न०) १. नवरात्र काल । नवरात्रि अलग । के दिन । २. चैत्र सुदी और आसोज सुदी नोखीलो-(वि०) १. अनोखा। अद्भुत ।। प्रतिपदा से नवमी तक के नौ दिन जिनमें २. सुन्दर । नवदुर्गा का विशेष अनुष्ठान किया जाता नोखो-(वि०) १. अनोखा । अद्भुत । २. है। ३. दुर्गापूजा का विशिष्ट उत्सव । नया । ३. जुदा । अलग । ४. दूर । ४. नवरात्रि के दिनों में किये जाने वाले नोघरी-(ना०) १. पहुँचे का एक गहना। व्रत-उपवास । २. नो कोठों में नौ ग्रहों के नौ रत्नोंवाला नोरियो-(न०) १. हिंस्र पशु का नख । २. पहुंचे में पहना जाने वाला एक गहना। हिंस्र पशु के नख की लगी हुई रगड़ । ३. नवगृही । नवग्रही। नख की घर्षण । ४. नाखून । नख । नोछावर-दे० निछावर । नोरो-दे० नोहरो। नोज-(अव्य०) १. नहीं । नहीं ज । २. कभी नोळ-(न0) ऊंट के भाग नहीं सकने के नहीं। ३. क्यों। किसलिए । ४. न हो। लिये अगले दोनों पांवों में बाँधी जाने ५. यों न हो कि । ऐसा न हो कहीं। वाली लोहे की एक सांकल । उँट, भैंस नौज। आदि के पाँवों में बांधने का सांकल जैसा नोजणो-(क्रि०) नोइनी। नोई। छांद। एक उपकरण।। नवजरपो। नोलखो-(वि०)नौ लाख रुपयों के मूल्य का। नोजा-(न०) चिलगोजा । नेजा । नेवजा। नोळियो-(न0) नेवला। नोट-(न०) १. राज्य सरकार की ओर से नोळी-(ना०) करधनी की तरह कमर में प्रवर्तित वह कागज जिस पर राज्यचिन्ह बाँधने की कपड़े की लंबी थेली जिसमें और रुपयों की संख्या छपी रहती है और रुपये भरे रहते हैं । बसनी। जो उतने रुपयों के रूप में चलता है। नोहराळ-(न०ब०व०) सिंह, रीछ, चीता, कागज का सिक्का । २. याददाश्ती। बिल्ली, कुत्ता आदि तीखे नखों वाले ध्यान रखने के लिये लिखी जाने वाली हिंसक पशु : For Private and Personal Use Only

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