Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
तिरभाणी
। ५५६ )
तिलिया लाडू तिरभाणी-(ना.)संध्या, पूजा ग्रादि धार्मिक राज्याभिषेक । (वि०) श्रेष्ठ । उत्तम । ४. विधियों में काम में आने वाली ताँबे की मुसलमान तेलिन के पहिनने का एक एक तश्तरी । ताम्र भांड ।
लहँगा। तिरफळ-(न०) एक गाली का शब्द । तिलकायत-(न०) १. टीकायत । २. वल्लभतिरफळा-दे० त्रिफला।
सम्प्रदाय के पीठाधीश । तिरभाँड-(वि०) १. सर्वत्र लांछित । हर तिलकूटो-(न०) कूटे हुए तिल और चीनी
जगह बदनाम । त्रिभांड । २. कुख्यात । मिला हुआ एक खाद्य । बदनाम ।
तिलड़ी-(ना०) १. स्त्रियों का एक आभूतिरभेटो-दे० त्रिभेटो।
__षण । २. तीन लड़ियों वाला हार । तिरमची-(ना०) लकड़ी या लोहे की बनी तिल-पापड़--(वि०) दुखी।
घड़ा आदि रखने की तिपाई। तिल-पापड़ी-(ना०) गुड़ की पैथ या खाँड तिरलोक-दे० त्रिलोक ।
की चाशनी में तिलों को पगा कर बनाई तिरवाड़ी-दे० त्रिवाड़ी।
हुई पपड़ी । तिलपट्टी । तिलपपड़ी। तिरवाळी-(ना०) १. पानी के ऊपर तैरने तिलवट ।
वाली घी, तेल आदि स्निग्ध पदार्थों की तिलमात-(वि०) १. तिलमात्र । तिलभर । थिरकन । तिरमिरा । २. चकाचौंध । ३. २. अत्यन्त थोड़ा।
सिर घूमना । चक्कर । ४. मूर्छा। तिलमात्र-दे० तिलमात । तिरवाळो-दे० तिरवाळी ।
तिलमिलाणो-(क्रि०) पीड़ा के कारण तिरवेणी-दे० त्रिवेणी।
विकल होना। तिलमिलाना । छटपटाना । । प्यास । तिरखा। तिलवट-(न0) नाश । दे० तिलपापड़ी । तिरसकार-(न०) १. तिरस्कार । अनादर। तिलवटी-दे० तिलपापड़ी । २. धिक्कार।
तिलवटो-(न०) तिल और शक्कर को कूट तिरसाँ मरतो-(वि०)१. प्यास से व्याकुल। कर बनाया हुअा एक खाद्य । तिलौटा । २. इच्छावान।
सैलाणी। तिरसो-(वि०)प्यासा । तृषावंत । तिसियो। तिलवड़ी-(ना०) १. एक प्रकार की मुंगोड़ी तिरिया-(ना०) १. त्रिया । स्त्री । नारी। जिसमें तिल मिलाये जाते हैं । २. एक वृक्ष। २. पत्नी
तिल संकरांत-(ना०) तिल खाने और दान तिरी-(ना0) तीन बूटी वाला ताश का करने का मकर सक्रांति पर्व । मकर पत्ता ।
सक्रान्ति । तिल-(न०) १. एक धान्य जिसको पैर कर तिल-साकळी-(ना०) एक खस्ता पूरी जो
तेल निकाला जाता है। देव धान्य । गुड़ के पानी में तिल और आटा गूध तिल । २. शरीर पर तिल जितना काला कर बनाई जाती है । साकळी । चिन्ह । काले रंग का छोटा दाग। तिळंगियो-(न०) चिनगारी । मागियो । तिलक-(न०) १. केसर, चन्दन आदि से तिलंगी- (ना०) तेलगू भाषा ।
ललाट पर अंकित किया जाने वाला तिलंगो-(वि०) तेलंग प्रदेश का । साम्प्रदायिक चिन्ह । टीका। तिलक। तिलिया लाडू-(न०) तिल के लड्डू । २. स्त्रियों के माथे का एक गहना । ३ तिलवा ।
For Private and Personal Use Only