Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan

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Page 660
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धागो ( ६४३ ) धाधड़ो धागो-(न०) १. जनेऊ। यज्ञोपवीत । २. धाड़ो-(न०)१ लूट । डाका । २. अाक्रमण । डोरा । डोरो । तागा । तंतु । ३. क्रम। हमला। ३. बेची जाने वाली वस्तु का सिलसिला। गाहक को तोल में कम देना। बाजार धाट-(न0) मारवाड़ के मालानी प्रदेश का भाव से अधिक मूल्य लेना अथवा अच्छी एक पश्चिमी भाग जो अब पश्चिमी वस्तु की बजाय खराब वस्तु देना । ठगी। पाकिस्तान के सिंध प्रान्त का एक भाग ठगाई। लुटेरापन । २. चोर बाजारी । बना हुआ है। राजस्थान के बाड़मेर लूट। जिले की पश्चिमी सीमा पार का थर- धारणको-(न०)१.धाणका जाति का व्यक्ति । पारकर जिला, जो पाकिस्तान में सामिल २. एक जंगली जाति का व्यक्ति । ३. कर लिया गया है। थर-पारकर । महतर । ४. एक गाली। सोढारण । ढाट । धारणंख-दे० धानंख । धाटी-(वि०) धाट (थर-पारकर) प्रदेश का धाणा-नि0) धनिया। धाना । निवासी। घाट देशवासी। २. घाट धारणी-(ना०) भूजा हुआ गेंहू आदि धान्य । संबंधी । धाट देश का । ढाटी। खील । लाजा। फली। धाटेची-(वि०) १. धाट देश का रहने धाणी करणो-(मुहा०) १. भूनना। २. वाला। २. धाट देश संबंधी। धाट देश नाश करना । का । घाटी । ढाटी। धारणो-दे० धावणो। धाटो-(न०) सिर पर शस्त्र की चोट से धात-(ना०) १. वीर्य । धातु । दे० धातु बचने के लिये बाँधने का मोटा साफा। सं० (२, ३) २. पीटने से ट्रकड़े नहीं हो दे० ढाटो । २. साफा । फटो। जाने वाले सोना, चाँदी आदि खनिज धाड़-(ना०) १. पुकार । २. रुदन । पदार्थ । दे० धातु । ३. लूटखसोट । डाका । ४. विपत्ति। धाता-(न0) विधाता । ब्रह्मा । सृजनहार । संकट । ५. भय । डर । ६. लुटेरों का धात-(ना०) १. क्रिया का मूल रूप समूह । ७. डकैत। (व्याकरण)। २. विभिन्न प्रकार के वे धाड़पाड़-दे० धाडफाड़। खनिज द्रव्य जो अपारदर्शक होते हैं, धाड़पाडू-(न०) लुटेरा । डाकू । धाड़ती। शोधन करने पर जिनमें चमक प्रकट होती धाडफाड़-(वि०) १. निडर । २. साहसी । है और जिनको ताप देकर और पीटकर ३. धाड़ पाडुओं को भगाने अथवा मारने गहने, बरतन और शस्त्र आदि बनाये वाला। जाते हैं। ( सोना, चाँदी, ताँबा, लोहा, धाड़वी-(न०) लुटेरा । डाकू। धाड़ायत । राँगा, शीशा और जस्ता-ये सात मुख्य घाड़ेती। धातुएँ हैं ) खनिज द्रव्य । ३. शरीर को धाड़ायत-(न०) लुटेरा। धाड़ेती। बनाये रखने वाले रस, रक्त, मांस, मेद, धाडायती-दे० धाड़ायत । मज्जा, अस्थि और शुक्र-ये सात द्रव्य धाड़ी-दे० धाड़ेती। अथवा इनमें से प्रत्येक । ४. शुक्र । वीर्य । धाडेती-(न०) १. लुटेरा। २. चोर बाजारी धाधड़ो-(न०) एक प्रकार की खड़िया । करने वाला । धाड़ायती। . खड्डी । धडपड़ो। २. कलह । झगड़ा। For Private and Personal Use Only

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