Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan

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Page 674
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नकतोड़ ( ६५७ ) नकतोड़-(10) १. मुहरी डाले जाने वाला नक वढियो-दे० नाक वढियो। ऊंट के नाक का एक छेद । २. ऊंट के नकवेसर-(ना०) नाक की बाली। छोटी नाक में डाली जाने वाली एक बाली। नथ । नकली । (वि०) नाक को तोड़ने वाली ( ऊंट के नकसी-(ना०)१. नक्शी काम । कोतरपी। नाक की तर) नक्काशी। २. चित्रकारी । ३.रंगसाजी। नकद-दे० नगद । ४. बदनामी। अपकीर्ति । लोकनिंदा । नकदी-दे० नगदी। (वि०) जिस पर बेलबूटे बने हों। नफफूली-(ना०) स्त्री के नाक में पहिनने नकसीर-(ना०) नाक में से निकलने वाला ___ का एक गहना । नकबेसर । खून । नकार । नाकोर । नकर-(वि०) ठोस । नकराई-(ना०)१. जिसके ऊपर हुंडी लिखी नक नकसो-(न०) १. किसी स्थान व प्रदेश का गई हो उसकी अोर से उसे सिकारने की मापसर प्रालेखन । २. पृथ्वी के किसी अस्वीकृति । २. हुंडी की पकती मुद्दत भाग या खगोल का चित्र । मानचित्र । पर रकम नहीं चुका सकने की स्थिति । ३. रेखाचित्र । प्राकृति । ४. चालढाल । ५. दशा । ६. सांचा। ३. हुंडी लिखने वाले के पास से लिया जाने वाला अस्वीकृति (नकराई) का नकंट-(वि०) १. निष्कंटक । २. निविघ्न । खर्चा । ४. नकराई ली जाने का स्थानीय बाधा रहित । (व्यापारिक) नियम। नकाम-दे० निकाम। नकरामण-दे० नकराई। नकामो-दे० निकामो। नकल-(ना०) १. मूल पर से उतारी हुई न का-(अव्य०) नहीं तो। दूसरी लिखावट । २. लेख आदि की नकार-(न०) १. नहीं का बोध कराने वाला प्रतिलिपि । कॉपी। ३. अनुकृति । प्रति शब्द । २. अस्वीकृति । ३. 'न' वर्ण । रूप । ४. स्वांग। वाणी, वेश प्रादि का नकारणो-(क्रि०) १. हुंडी को स्वीकार यथावत अनुकरण । ५. हँसी । मजाक । नहीं करना। २. अस्वीकार करना । नकलनवीस-(न०) न्यायालय में दस्तावेजों नकारना । ३. 'नहीं' कहना । किसी काम की प्रतिलिपि करने का काम करने या बात को मान्य नहीं रखने का उत्तर वाला कर्मचारी । लिपिक । देना। नकलबाज-(वि०) १. नकल करने वाला। नकारो-(वि०) १. निकम्मा। दे० नाकारो। २ मसखरा। नकी-दे० नक्की। नकलवही-(ना०) वह बही जिसमें प्राव नकीब-(न०)१.राजा या धर्माचार्य की सभा श्यक चिट्ठियों, हुंडियों आदि की नकलें में या उनकी सवारी के प्रागे उनके विरुद, और उधार दी हुई वस्तुओं का विवरण उपाधि आदि की घोषणा करने वाला लिखा रहता है। नकलंक-(वि०) निष्कलंक । कलंक रहित ।। व्यक्ति । २. मुनादी सुनाने वाला व्यक्ति । (10) कल्कि अवतार । ३ छड़ीदार । ४. कड़खेत । नकली-(वि०) १. खोटा । प्रसली नहीं। न कू-(प्रव्य०) १. कोई नहीं। २. कुछ भी २. बनावटी। कृत्रिमः। ३. नकल करके नहीं। ३. नहीं। बनाया हुआ। नकूचो-(न०) १. अंकुस । अकोड़ा। नकलीडो-(न०) मसखरा । जोकर । २. सांकल अटकाने का कोंढ़ा। कुडा। For Private and Personal Use Only

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