Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
जट
( ४२० )
जड़मूळे
जट-(ना.) १. ऊंट व बकरी के बाल। भीतरी भाग। ऊंट या बकरी के काटे हुए बाल। जठा-(क्रि०वि०) जिधर । जहाँ । २. जटा।
जठा ताँई-दे० जठालग। जटधर-(न०) महादेव ।
जठा तारणी-दे० जठालग। जटवाड़-(ना०) १. जाटों का मोहल्ला। जठातीरै-दे० जठापर्छ ।
जाटों की बस्ती। २. जाट समूह । ३. जठापछै-(क्रि०वि०) जिसके बाद । तत्पजाटों की सेना।
श्चात् । जटा-(ना०) १. सिर के बड़े बाल। २. जठामहोर-(क्रि०वि०) १. जिसके पहिले ।
नड़, पीपल आदि वृक्षों की जड़ के समान लटकती हुई शाखामों के सिरों पर का जठालग-(क्रि०वि०) जहाँ तक । महीन गुच्छा । ३. नारियल के ऊपर का जठी-(क्रि०वि०) जिधर । जहाँ । तंतु-समूह । नारियल के ऊपर जमा जठ-(क्रि०वि०) जहाँ । जिघर । हुमा रेशा।
जड़-(वि०) १. अचेतन । चेतना रहित । जटाजूट-(न०) १. बहुत बड़ी जटा । २. २. मूर्ख । (न०) १. वृक्ष लता आदि का
जटा का बंधा हुआ बहुत बड़ा जूड़ा। वह भाग जो भूमि में रहता है । जड़ । जटाधर-(न०) महादेव । शिव ।
मूल । २. नींव । ३. आधार । आश्रय । जटाधारी-(वि०) सिर पर जटा रखने
४. कारण। ५. स्रोत । वाला। (न०) १. योगी । तपस्वी । २. जड-(न०) नाई । हज्जाम । (संकेत शब्द)। शिव । महादेव ।
जड़णो-(क्रि०) १. जड़ाई करना । प्राभूजटाय-(न०) जटायु ।
षणों के खानों या कोठों में रत्न को जटायु-(न०) रामायण में वर्णित एक कुदन की गोट लगा कर बिठाना । २. प्रसिद्ध गिद्ध ।
मारना। पीटना। ३. दृढ़ करना । ४. जटाळ-(न०) महादेव।
ताला लगाना । ५ बंद करना । ६. स्थिर जटाळो-(न०) १. बड़ी जटा वाला साधु ।। करना। ७. अकड़ना। ८. मिलना ।
२. महादेव । (वि०) जटावाला। प्राप्त होना । ६. एक वस्तु में दूसरी जटाशंकरी-(ना०) गंगा । भागीरथी। वस्तु बिठाना । १०. जूते मारना । जटियो-(न०) चमड़ा साफ करने व रंगने जड़त-(ना०) कुदन की गोट लगा कर वाली जाति का व्यक्ति ।।
किया जाने वाला आभूषणों में रत्नों की जटियो-कुंभार-(न०) कुम्हार जाति का जड़ाई का काम । जड़ाई । (वि०)
व्यक्ति जो जट बुनने का काम करता है। जिसमें जड़ाई हुई हो। जटियो-मेघवाळ-(न०) चमड़े को साफ जड़तर-दे० जड़त । करने या रंगने वाली एक जाति या जड़धर-(ना०) कटारी । उस जाति का व्यक्ति ।
जड़बातोड़-(वि०) मुंहतोड़ । सचोट । जटीधू-(न०) धूर्जटि । महादेव । धूजटी। जड़बो-(न०) मुंह के ऊपर नीचे की वे जटेत-(वि०) १. युद्ध करने वाला । लड़ाकू। हड्डियां जिनमें दांत लगे रहते हैं । जबड़ा।
(न०) १. शिव । महादेव । २. सिंह। जबाड़ो। जठर-(न०) १. पेट। उदर । २. पेट का जड़मूळ-दे० जड़ामूळ ।
For Private and Personal Use Only