Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
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जबरी ( ४३३ )
जहड़ो जवाली। मवाळी । २. जौ के समान जस-(न०)यश । कीत्ति । (क्रि०वि०)जैसा।
सोने के छोटे मनकों की माला । जवाळी। जसखाटक-(वि०)१. कीर्तिमान । यशस्वी। जवरी- दे० जॅवरी।
२. यश प्राप्त करने वाला। जवलियो-(न०) १. एक गहना । २. जव जसखाटू-दे० जसखाटक । ___ के आकार का सोने का घुघरू। जसगाथा-(ना०) यशगाथा। यश वर्णन । जव-हरड़े-(ना०) जोहर। यवहरीतिका। जसजोड़ो-(न०) १. कवि । २. खुशामदी छोटी हर। हीमज । हरई।
कवि। यश गाने वाला कवि । (वि०) जवाई-(ना०) १. प्रस्थान । गमन । २. यश प्राप्त । मारवाड़ की एक नदी। (वि०) १. जौ जसढोल-(न०) १. विवाह की एक रीति के जैसे रंग का । २. जो जैसे रंग से रंगा जिसमें सब कार्य सविधि और प्रसन्नता हुआ।
पूर्वक समाप्त हो जाने पर बरात की जवाकंठी-(ना०) एक कंठाभूषण । विदाई के समय दोनों ओर में यशप्राप्ति जवाखार-(न०) जो के पौधे का क्षार ।। के उल्लास के ढोल का बजाया जाना। यवक्षार । जवखार ।
यशवाद्य । २. कीर्तिमान । ३. वाहवाही। जवाद-(न०) १. ऊँट । २. घोड़ा। ३. जसद-(ना०) जस्ता नामक धातु । जसोद । कस्तूरी। ४. एक प्रकार का तरल गंध
जसत । द्रव्य । जुबाद।
जसधर-(वि०) यशधारी । जसधारी। जवाधि जळहर-दे० जबादि जळहर ।। जसनामी-(वि०) कीर्तिमान । यशधारी । जवान-(न०) १. युवक । तरुण पुरुष ।
जसनामो-(न०) १. ऐसा कार्य जिसका यश मोटियार । २. योद्धा । ३. सैनिक ।
सदा बना रहे । २. पुण्य कार्यों द्वारा सिपाही । (वि०) युवा । तरुण ।
प्राप्त की हुई ख्याति । ३. ख्यातनाम । जवानी-(ना०) युवावस्था । तरुणाई ।
४. यश नाम । ५. यशस्वी पुरुषों में लिखा मोटियारपणो।
जाने वाला नाम । ६. वीरगति पाये हुए जवाबदावो-(न०) दे० जबाबदावो।
यशधारियों में प्रसिद्ध नाम । ७. नामजवार-(ना०) ज्वार धान्य ।
वरी । ख्याति । जवारा-(न०) मांगलिक पर्व पर गमले में
जसरथ-(न०)श्री राम के पिता । दशरथ । गेहूँ या जो के उगाये हुये अंकुर । जरई । जंवारा।
जसलुद्ध-(वि०) यशलुब्ध । यशलोभी । जवाळी-दे० जवमाळ ।
जसवंत-(वि०) यशधारी । यशवंत । जवेरात-दे० जवाहरात ।
जसवास-(ना०)यश-सौरभ । जवाहर-(न०) हीरा, माणिक, मोती आदि
र जसाई-(ना०)१. यश वाद्य । २. यशगीत ।
३. मांगलिक गीत और वाद्य । रत्न। जवाहरात-(न0) जवाहर का बहुवचन । जसी-(वि०) यशस्वी। जवाँमर्द-(वि०) बहादुर ।
जसोद-दे० जसद । जवो-(न०) १. पशुओं के चमड़े में लगा जसोदा-(ना०)श्रीकृष्ण की माता । यशोदा।
रहने वाला एक कीड़ा। २. स्त्रियों की जस्यो-(वि०) जैसा। जिसो । जड़ो। नाक का एक गहना । लौंग ।
जहड़ो-(वि०) जैसा । जैड़ो । जिसो ।
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