Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
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ढणी
वाला आर्शीवचन | २. बच्चे के जन्म के पश्चात् की प्रथम होली पर होलिका-दहन के बाद ( घुल हटी के प्रातः ) ढूंढा से किये जाने वाले बच्चे के विवाह का उत्सव | ३. तलाश । खोज । निगे । ४. घर । ५. झोंपड़ा । ढूंढो - ( क्रि०) १. तलाश करना। खोजना । निगे कररणी । २. होलिका दहन के बाद बच्चे की ढूंढ करना । ढूंढाड़ - ( न०) १. जयपुर के पास का एक प्रदेश | जयपुर राज्यान्तर्गत एक प्रदेश | २. जयपुर राज्य का नाम । ढूंढाड़ी - ( ना० ) १. ढूंढाड़ प्रदेश की बोली ।
(वि०) १. ढूंढाड़ से संबंधित । २. ढूंढाड़ प्रदेश का रहने वाला । ढूंढिया - (To) होलिका दहन के पश्चात् नवजात शिशु के घर जाकर ढूंढ कराने वालों का दल ।
( ५२६ )
ढूंढिया पंथ - ( न० ) जैनधर्म का एक पंथ । ढूंढियो - (०) १. जैनधर्म के ढूंढ़िया-पंथ का साधु । २. जैनधर्म के ढूंढिया पंथ का अनुयायी । बाईस टोला जैन संप्रदाय का अनुयायी । ३. घर । ढूंढो । ढूंढो - ( न० ) १. पुराना घर ।
२. घर । मकान । ३. खंडहर । ४. कच्चा मकान | ढूसो - (०) १. श्रोढ़ने का मोटे रेशम का एक कपड़ा । घुस्सा | मोटे रेशम की सफेद चादर । घूंसो । २. ऊनी चादर । लोई । लोवड़ी ।
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ढेको - (०) चूतड़ | नितंब | दूंगो । ढेटाई - ( ना० ) धृष्टता । ढिठाई । टाई | ढेटी - (वि०) १. निर्लज्ज । निलजी । धेटी । २. कुटिला । ढेटो - (वि०) १. धृष्ट । निर्लज्ज । ढीट | धेटो । निलजो । २. कुटिल ।
ढेड - ( न० ) १. इस नाम की अंत्यज जाति का मनुष्य । ढेढ़ । २. मरे हुये पशुओं
डेरवणो
का चमड़ा उतारने का काम करने वाली जाति ।
ढेडरण - ( ना० ) १. ढेढ़ की पत्नी । २. ढेढ़ जाति की स्त्री । ढेरणी-दे० ढेडरण |
ढेडवाड़ो - ( न०) १. ढेढ़ों का मोहल्ला । २. गंदी बस्ती |
ढेढ-दे० ढेड |
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ढेर - दे० ढेड | ढेढणी - दे० ढेडी | ढेढियो- ( न०) १. एक रंग । २. ढेढ़ । ढी - ( ना० ) १. बिना मजदूरी (पारिश्रमिक ) का काम । बेगार । २. ढेढ़ का काम | ३. नित्य प्रपंच । नित्य की भंझट । ढेपो - ( न०) १. जमी हुई गाढ़ी वस्तु की मोटी तह या दल । २. गली हुई वस्तु का (ठंडा हो जाने से ) जमा हुआ टुकड़ा । थक्का | चक्का । ३. मिट्टी मिला हुआ कंडा । ढेबरा ।
ढेबरी - ( ना० ) १. किवाड़ की चुल के नीचे
रहने वाली लोहे की ढेबरी जिस पर किंवाड़ घूमता है । ऊखळी । २. खूंटी या कील लगाने के लिये दीवाल में लगाया जाने वाला काठ का टुकड़ा । ४. तरबूज, ककड़ी आदि फल में उसकी परीक्षा के लिये बनाया हुआ चकता । डगळी । ढेबरो - दे० सोगरा | ढेमो-दे० ढीमो ।
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ढेर - ( न० ) राशि | ढिगलो । ( वि०) बहुत । अधिक | घरो ।
ढेरो दे० ढेरवणो ।
ढेरवणो - ( क्रि०) १. वाहन - पशु को रोकने के लिये उसकी लगाम को खींचना । २. रोकना । ३. ध्यान देना। बात ऊपर विचार करना । ४. कान लगाना । ५. ढेरे ( रस्सी बटने के उपकरण ) को फिराना ।
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