Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
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भवको
मोक।
झडाझड़-(प्रव्य०) प्रहार पर प्रहार करने झनन-झनन-दे० झणण-झरणण । का शब्द । (क्रि०वि०) लगातार । जल्दी- झन्नाटो-(न०) सहसा होने वाला झन झन जल्दी ।
शब्द । झड़ी-(ना०) १. लंबे समय तक होने वाली झपकी-(ना.) १. हलकी नींद । थोड़ी देर 'वर्षा। जोर की वर्षा । २.लंबी बात-चीत। की नींद । २. बैठे-बैठे पानेवाली नींद ।
बात का लंबा अंत। ३. किसी काम या बात को बिना रुके झपाटे से करते रहना। झपट-(ना०) १. झपटने की क्रिया । २. " झड़ ला-(नम्ब०व०) १. बच्चे के सिर पर वेग। ३. लपक ४. टक्कर । ५. भूतादि
के गर्भ के बाल । बच्चे के सिर पर के दे के फेर में प्राजाना । प्रेतबाधा । ६ कपड़े केश जो जन्म के बाद मुंडवाये नहीं गये ।
का एक पंखा। 'हों। २. बच्चे के जन्म के वे सिर के केश ।
झपटणो-(कि०) १. किसी वस्तु को लेने,
पकड़ने या किसी पर प्रहार करने के लिये जो अमुक अवधि के बाद किसी देवता के ।
वेग से उसकी ओर बढ़ना । झपटना । २. सम्मुख मुंडवाने की मनौती से रखे गये हों। मनौती केश । झडोलिया। .
तेज भागना । ३. खोसना । छीनना । झपझड लियो-(न)गर्भ के बालों वाला बच्चा।।
टना। ४. हमला करना। ५. कपडे से वह बच्चा जिसका मुंडन संस्कार नहीं
हवा करना। हुमा हो । सडोलियो।
झपताळ-(न०) संगीत में पांच मात्राओं का झडूलो-दे० झड़ लियो ।
एक ताल । झपताल । झड़ोलिया-दे० झड़ ला ।।
झपाक-(क्रि०वि०) शीघ्रता से । झड़ोलिया-उतारणो-(मुहा०) बच्चे के झपाझप-(ना०)१.झड़पा-झड़पी । २. मारा
जन्म के बालों को उतरवाने और शिखा मारी । मारकाट । ३. प्रहार पर प्रहार । रखने का संस्कार करना । चूड़ाकरण
(क्रि०वि०) जल्दी। ....संस्कार का संपादन करना।
झपाझपी-(ना०)१. हाथापाई । मारामारी। झड़ोलियो-दे० झड़ लियो।
भिड़न्त । २. हड़बड़ी । ३. शीघ्रता । ४. झरणकार-(न०) झांझर आदि का झन-झन
Tr/ मतिका अनजान भागदौड़। . शब्द । झालर, टकोरे आदि का शब्द । झपाटो-(10) १. झपाटा । वैग। फर्राटा भानकार।
२. हवा का धक्का । झापटा । ३. चपेट । झणकारो-दे० झणकार ।
टक्कर । ४. जोर से किया हुमा प्रहार । भगभरणाट-ना०).१. झनझनाट । झन: १. शघ्रिता । .. ..
कार। २. हाथ पांव प्रादि किसी अंग झपीड़-(ना०) जोर की थप्पड़ । तुमात्रा। के दबे रहने से होने वाली सन-सनाहट । :: झापड़ । झुनझुनी । ३. रह-रह कर होने वाली झपेटो-दे० झपाटो। . पीड़ा। ४. पीड़ा की सनसनाहट । ५. झपोझप-(न०) १. झपाटा। (क्रि०वि०) जलन । ..
- झटपट । जल्दी। झणझणी-(ना०) १. क्रोध । रीस । २. झबक-दे० झबको । मुनमुनी । सनसनाहट ।
झबकरणो-(क्रि०) १. कुछ कुछ दिखाई देना। झणण-झणण-दे० झणझणाट । २. प्रकाश की रेखा दिखना । ३. प्राभास झनकार-दे० झणकार।
होना । झलकना । झळकणो। ४. प्रकाश
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