Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
टांडा-रो-नायक । ४८६ )
टिपली टाँडा-रो-नायक-(न०) १. दलपति । २. टिकिया-(ना०) १. छोटी किन्तु मोटी
बालद का स्वामी । मुख्य बनजारा । ३. रोटी। टिक्कड़। २. चपटी गोलाकार भात भरने (माहेरे) का एक लोक गीत। छोटी वस्तु । टिकड़ी। ४. भात भरने (माहेरा करने) को आने टिक्कड़-(न०) मोटी रोटी। वाले दल का मुखिया । दुल्हे या दुल्हिन टिक्की-(ना०) १. सिफारिश । लागवग । का मामा।
२. सफलता । कामयाबी । ३. तजवीज । टाँडाळो-(वि०) जिसके पास माल लाने या टिगट-(ना०) १. विशिष्ट काम, यात्रा, ले जाने के लिए बैलों का समूह हो। प्रवेश, डाक इत्यादि के लिये खरीदा जाने
वाला कागज का बना मल्य पत्र या टाँडे वाला । टांगधारी।
अधिकार पत्र । २. डाक, रेल, बस या टाँडो-(न०) १. समूह । २. गाँव । ३. बन
सिनेमा का टिकट । टिकट । टिकेट । जारे के बैल, मनुष्यादि का समूह ।
टिगटघर-(न०) टिकट बेचने वा खरीदने पोठ । बाळद । ४. मरे हुए पशुओं
आधिकारिक स्थान । का चमड़ा उतारने का स्थान ।
टिगणो-दे० टिकणो। टाँपो-(न०) १. किसी काम के लिये कहीं टिच-(ना०) १. वाद विवाद । झगड़ा। जाने पर खाली हाथ लौटना । २. फेरा।
बोलचाल । दे० टिचकारो। चक्कर । बाटो । फेरो।
टिचकारणो-(क्रि०) टिच टिच के अव्यक्त टांस-(न०) एक पक्षी । लीलटाँस ।।
शब्द का उच्चारण करना। टिटकारना । टिकट-दे० टिगट।
टिचकारी-दे० टिचकारो। टिकड़ी-(ना०) टिकिया।
टिचकारो-(न०) १. वधूवर्ग की स्त्रियों का टिकरणो-(कि०) १. सहारे पर रहना। बड़े बूढ़ी से सम्भाषण नहीं करने और
टिकना । २. निभना। ३. रहना । ४. घूघट रखने के कारण उनके प्रति किये एक स्थल पर ज्यादा समय तक ठहरना। जाने वाले संबोधन अथवा उनकी किसी ५. बैठना । ६. जमना।
बात के लिये दिये जाने वाले नकारात्मक टिकली-(ना०) गोलाकार छोटी चिपटी उत्तर का एक अव्यक्त शब्द । 'टिव' जैसा वस्तु ।
एक अनुकरण शब्द । २. घास खाने वाले टिकलो-(न०) गोलाकार चिपटी वस्तु । पशुनों को हाँकने का 'टिच-टिच' जैसा बड़ी टिकली।
एक अव्यक्त शब्द । टिकाऊ-(वि०) १. स्थाई । कायम । पाये- टिचन-(वि०) १. तैयार । प्रस्तुत । २.
दार । स्थितिमान । २. मजबूत । दृढ़। जिसमें कोई त्रुटि न हो । दुरुस्त । टिकाणो-(क्रि०) १. टिकने में सहायक अच्छा । ठीक । ३. पक्का । खरा ।
होना। २. आधार से खड़ा या स्थित टिचनबंद-दे० टिचन ।
करना। ३. टिकाना । ठहराना। टिटकारणो-दे० टिचकारणो । टिकाव-(न०) १. टिकाऊपन । मजबूती। टिटकारो-दे० टिचकारो।
२. विश्राम । पड़ाव । ३. ठहराव । स्था- टिपकी-दे० टपकी। यित्व । ४. धीरज । सब्र ।
टिपको-दे० टपकी। टिकावरणो-दे० टिकारयो ।
टिपली-दे० टपली।
For Private and Personal Use Only