Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
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जमाढाळ ( ४२६ )
जमादार जमडाढाळ-(वि०) १. यम के समान भया- जमपुरी-(ना०) यमपुरी । यमलोक । वना । २. प्रचंड शक्तिशाली ।
यमालय । जमडारण-(ना०)१. मृत्यु । काल । २. यम- जमभगनी-(ना०) यमुना । यमभगिनी । दण्ड ।
जमराज-(न०) यमराज । यम । जमडारणी-(न०) १. यमदूत । २. यम ।। जमराण-दे० जमराज । जमड़ो-(न०) १. यम । यमराज । २. यम जमराणापुर-(न०) यमलोक । यमपुर ।
द्वितीया । ३. यम द्वितीया के दिन बनाये जमराणो-(न०) यमराज । जाने वाले तेल पक्वान्न । ४. यम द्वितीया जमरूक-(न०)१. यूद्ध । २. यम का शस्त्र । के दिन तेल पक्वान्न बनाने की प्रथा । ५. ३. तलवार । ४. मृत्यु ।
तेल पात्र या दीपक में लगा तेल किट्ट। जमलोक-(न०) १. यमलोक । यमपुरी । जमड़ोबाळणो-(क्रि०) १. यम द्वितीया के
दिन तेल किट्ट लगे पात्रों को अग्नि ताप जमवारो-(न०) १. जीवन । जिंदगी। देकर. साफ करना। २. यम द्वितीया को
२. जन्म । ३. यम का द्वार । ४. अंततेल में तल कर विविध प्रकार के व्यंजन काल । मरणकाल। (खाजा, साकळी आदि) बनाना। जमवाहण-(न०) यम वाहन । भैसा । जमरण-(न०) जन्म । (ना०) यमुना नदी। जमहर-दे० जैवर । जमणिका-(ना०) परदा । यवनिका । जमा-(ना०) १. प्राय । आमदनी । २. बही कनात ।
में प्राय की मद में लिखी हुई रकम । ३. जमणो-(क्रि०) १. जमना । यथावत् स्थिति बही में वह भाग जहां प्राप्ति या आमदनी में हो जाना। २. स्थिर होना। कायम लिखी जाती है। ४. धन । सम्पत्ति । होना । ३. किसी तरल पदार्थ का पूजी । ५. जोड़ । योग । (वि०)इकट्ठा । गाढ़ा होना । ४. एकत्र होना । एकत्र । २. इकट्ठा किया गया। ३. बही ५. दृढ़ता पूर्वक बैठना । ६. किसी में प्राय पक्ष में लिखा हुआ। कार्य का अच्छी प्रकार चलने की जमाई-(न०) दामाद । जंवाई । स्थिति में हो जाना । ७. पूरा अभ्यास जमाखरच-(न०) १. प्राय और खर्च । होना । ८. किसी वस्तु का अपने स्थान
. जमा-खर्च। २. आमदनी और खर्च का पर फिट बैठना । ६. निशाना बैठना । का हिसाब । ३. बही में जमा और खर्च जमदगन-(न०) महर्षि यमदग्नि ।
के दो भाग । जमदढ-दे० जमडाढ ।
जमारणो-दे० जमावरणो। जमदाढ-दे० जमडाढ ।
जमात-(ना०) १. वर्ग । श्रेणी । कक्षा । जमदूत-(न०) यमदूत । मृत्यु का दूत ।। २. मनुष्यों का समुदाय । जत्था । ३. जमधर-(ना०) कटारी । जमडाढ । नागा साधुनों का जत्था। साधुओं की जमना-(ना०) यमुना नदी ।
__ मंडली। अखाड़ो। जमनोतरी-(ना०) हिमालय में बंदरपुच्छ जमाद-(न0) ऊंट ।
श्रृंखला में एक पवित्र स्थान जहाँ से जमादार-(न०) सिपाही या पहरेदारों का यमुना नदी निकलती है । यमुनोत्तरी। का मुखिया ।
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