Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
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खाँड बारस
( २८३ )
खाँभियो
१. खाँडने वाला । मूसल से कूटने वाला। एक विशेषण । २. कूदते हुये चलने या दौड़ने वाला खाँदेड़ी-दे० खानेड़ी। (सवारी ऊंट)। ३. मारने वाला । नाश खाँध-(ना०) १. कंधा। २. पशु की गरदन। करने वाला।
३. अरथी को कंधे पर उठाने का भाव । खाँड बारस-दे० खाँडबारो ।
खाँधियो-(न०) शव की रथी को कंधे पर खाँडबारो-(न०) बारहवें दिन किया जाने उठा कर श्मशान ले जाने वाला। अरथी वाला मृत्यु-भोज । प्रौसर । नुकतो। ढोने वाला । कंधा देने वाला। मौसर ।
खाँधो-(न०) १. कंधा। २. बैल की गरदन । खाँडरणो-(क्रि०) १. नाश करना । खाँधोळो-(न०) १. कंधा । २. जुए की लंबी २. मारना । ३. टुकड़े करना ।
लकड़ी के बूगों (सिरों) के पास ऊपर खाँडव-(न०)१.एक वन का नाम (पुराण)। की ओर उठा हुग्रा भाग। खाँडाधर-(वि०) शस्त्रधारी।। खाँप-(ना०) १. कुल-शाखा । २. वंश । खाँडाळी-(वि०) टूटे हुए सींगों वाली। ३. गोत्र । ४. जाति । ५. फल की लंबी (गाय, भैस आदि)
चीरी । ६. छील कर बनाया हुआ बाँस खाँडियो-(वि०) १. खंडित सींगों वाला। का चिपटा टुकड़ा । खपची । चीप ।
(ढोर) २. विकलांग । खांडा। खाँपण-(न०) कफन । खाँडाळो-(वि०) खड्गधारी।
खाँपो-(न०) १. टूटी हुई डाल के तने से खाँडी-(वि०) खंडित । (ना०) १. एक लगा रहने वाला ठूठ । गुत्थ । २. तौल । २. एक माप ।
ज्वार बाजरी आदि के डंठलों का वह खाँडेराव-(वि०) १. तलवार चलाने में नीचे का भाग जो फसल काटने पर भी प्रवीण । २. खड्गधारी।
जमीन में लगा रहता है। घोचो। (वि०) खाँडेल-(वि०) खड्गधारी ।
१.झगड़ालू । लड़ाकू । २.उजड्ड । गँवार । खाँडो-(न०) १. तलवार । २. दुधारी खाँपो-खरड़ो-दे० खाँपो-खीलो।
तलवार । (वि०) १. खंडित । खाँडा। खाँपो-खीलो-(विः, खांपा और जीत के टूटा हुअा । २. अपूर्ण ।
समान चुभने वाला । दुखदायी। दुष्ट । खाँडो-खोचरो-(वि०) टूटा-फूटा।
२. कलहप्रिय । झगड़ालू । खोलोखाँपो । खाँत-(ना०) १. तीव्र इच्छा । २. लगन। खाँभ-(ना०) १. पर्वत का मोड़ । २. दो
३. चतुरता। ४. रुचि । ५. विवेक बुद्धि। पर्वतों के मध्य का भाग ३. पहाड़ी ६. उत्कंठा । ७. सावधानी। होशियारी। ढलाव । ४. पहाड़ का भीतर घुसा हुआ ८. सावधानी से काम करने का गुण। काग । ५. तलहटी । ६. कुए में से पानी ६. देख रेख । निगहबानी। १०. शौक ।। निकाले जाने वाले चरस की लाव (रस्से) ११. उमंग ।
की कीली। खाँतीलो-(वि०) १. तीव्र उत्साह व इच्छा खांभरणो-(क्रि०) १. ठहराना। २. रोकना। वाला। २. जानने वाला ३. जिज्ञासु । ३. खड़ा करना। ४. मारना। ४. रसिक । ५. बहुज्ञ । ६. चतुर। खाँभियो-(न०)१. दे० खाँभीड़ो । खामेड़ो। ७. खाँत से काम करने वाला। (अव्य०) २. नट । (वि०) शव की रथी को कंधे विवाह संबंधी लोकगीतों के नायक का पर उठाने वाला । खाँधियो ।
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