Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
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चूड़ी उतार ( ३८७ )
परमो कांच आदि की चूड़ी। ४. कोई वृत्ताकार सधवा स्त्री। सधवा । सुहागवती । पदार्थ । ४. ग्रामोफोन का रेकॉर्ड । ५. सुहागण । २. पत्नी । ३. देवी। शक्ति । किसी कील, पेच या ढकने आदि में कसने (वि०) १. सौभाग्यवती। २. चुनरी ओढ़ी
के लिये बनी हुई घुमावदार गहरी रेखाएं। हुई। चुडी-उतार-(वि०) एक दूसरे से छोटा। चूनड़ी-दे० चूदड़ी। गावदुम । (न०) एक दूसरे से क्रम में चूनड़ी मंगळ-(न०) कन्या की जन्म कुंडली छोटा होने का भाव । चूड़ियों की तरह में एक अशुभ योग । (कन्या की जन्म एक का दूसरी से छोटी होने का क्रम । कुडली में दूसरे, चौथे, पाठवें या बारहवें ढाळ-उतार ।
घर में पड़ा हुआ मंगल)। चूड़ीगर-(न०) हाथी दांत की चूड़ियाँ चीरने चूनाळ-(न०) १. मुसलमान । २. बीर ।
और बेचने वाला व्यक्ति । चुड़िहारा। ३. सिंह। दांती । चौरवियो।
चूनी-(ना०) १. माणिक का छोटा दाना । चूड़ी वधणी-दे० चूड़ी वधरणी।
लाल रत्न-करण । लाल,। चुन्नी । चूड़ी वधरणी- (मुहा०) चूड़ी का टूटना २. रत्न-कण । बहुत छोटा नग।
(टूटना कहना अशुभ माना जाता है इस- चूनो- (10) चूना। लिये चूड़ी वघरणी या चूड़ी वधरणी कहा चूनो लगायो-(मुहा०) १. नीचा दिखाना। जाता है। )
२. ठगना । ३. कलंकित करना । चूड़ो-(न०) १. सौभाग्यवती स्त्रियों के हाथों चूनो लागणो-(मुहा०) १. बदनाम होना । __ में पहिनने का हाथी दाँत की चूड़ियों का कलंकित होना । एक गावदुम सेट । स्त्रियों का सौभाग्य चूप-(ना०) १. प्रसन्नता। २. उमंग । ३. सूचक एक भूषण । २. मंगी।
उत्साह । दे० चूप। चूड़ो फूटणो-(मुहा०) १. पति का मरण चूमणो-(क्रि०) चुम्बन करना । बोसा लेना। होने पर स्त्री के हाथ की सौभाग्यसूचक व्हालो देखो। चूड़ियों का तोड़ा जाना। २. विधवा चूर-(न०) १. चूर्ण । चूर चूर । टुकड़ा। होना । सुहाग खंडित होना।
२. ध्वंस । नाश । (वि०) १. बेसुध । चुडो फोडणो-(मुहा०) पति का मरण होने बेहोश । २. शिथिल । पर स्त्री के हाथ का सौभाग्य सूचक चूड़ा चूरण-(न०) १. चूर्ण । बुकनी । २. प्रौषतोड़ना।
धियों का बारीक सफूफ । चूर्ण । २.चूरा। चूरण-(न०) १. पाटा । चून । २. खुराक । भूको।।
३. चर्ण । ४. पक्षी भोजन । चुगो । चूरणो-(क्रि०) १. रोटी को घी-गुड़ पादि चूत-(ना०) योनि । भग।
में चूर कर चूरमा बनाना। २. बारीक चूतियो-(वि०) बेवकूफ । मूर्ख ।
चूरा करना ३. भींचना। दाबना। ४. चून-दे० चूण।
नाश करना। ५. टुकड़े करना। " चूनगर-(न०) १. चूना बनाने वाला या चूने चूरमो-(न०) १. घी, गुड़ या चीनी के साथ
का काम करने वाला व्यक्ति । २. एक रोटी प्रादि को चूर करके बनाया हुमा जाति ।
भोज्य पदार्थ । मधुरान्न । चूरमा । चूनड़ियाळ-(ना०) १. चुनरी ओढ़ने वाली २. बेसन की एक मिठाई ।
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