Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
घुटारणो
१. घोटा जाना ।
घुटारो - ( क्रि०) घुटवाना । घुटीजरगो - ( क्रि०) क्रोधित होना । ३. दम घुटना । ४. क्रोध से अंदर ही अंदर घुटना । घुड़कारणो - ( क्रि०) धमकाना । डाँटना । घुड़की - ( ना० ) धमकी । डाँट | घुड़चढ़ी - ( ना० ) विवाह की एक प्रथा । घुड़चराई - दे० घोड़ा चारण ।
( ३५० )
२.
घुड़नाळ - दे० असनाळ ।
घुड़लो - ( न० ) १. चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से सप्तमी तक मनाया जाने वाला कन्यात्रों का एक प्रसिद्ध त्यौहार । २. अनेक छिद्रों वाला एक छोटा मिट्टी का घड़ा जिसमें दीपक जला रहता है । कन्याएं इसे सिर पर उठा कर दुष्टों द्वारा सतीत्व रक्षा करने और सतीत्व महिमा के गीत गाती हैं । ३. इस संबंध का एक लोकगीत | घुड़साळ - ( ना० ) घुड़शाला । पायगा । तबेलो |
घुरण - ( न० ) मूंग, मोठ आदि द्विदल अन्न व लकड़ी में उत्पन्न होने वाला और उसी को खाने वाला कीड़ा । घुन । घुण पड़रणा - ( मुहा० ) नाज में घुन पैदा होना ।
घुरण लागरणो - ( मुहा० ) १. नाज में घुन पैदा होना । २. नहीं मिटने वाली बीमारी का लगना । ३. लंबी बीमारी के कारण दुर्बल होते जाना । घुमट - ( न० ) गुंबज । हरम्य शिखर । घुमटी - ( ना० ) छोटा गुंबज । हरम्य शिखर । घुमड़रणो- ( क्रि०) बादलों का उमड़ना ।
घटा का उठना ।
घुमाणो-दे० घुमावणो ।
घुमाव - ( न० ) १. मोड़ । २. चक्कर । फेरा घुमावो - ( क्रि०) १. घुमाना । फिराना ।
२. चवकर देना । ३. मोड़ना । मोड़ो । घुरकरणो - ( क्रि०) १. भूकना । २. टकटकी
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
घुळणो
लगा कर देखना |
घुरकाणो - ( कि० ) धमकाना । डाँटना ।
घुड़कारणो । घुरकावणो - दे० घुरकाणो ।
घुरको - ( न०) १. डाँट । धमकी । २. गुर्राहट । घुरड़का - रो - दान - ( न०) १. मृत्यु के समय दिया जाने वाला दान । २. निकृष्ट दान । घुरड़को - ( न० ) १. मृत्यु के समय कफ उठ जाने से कंठ में होने
वाली घरघराहट ।
२. अंतिम साँस के समय दिया जाने वाला दान ।
घुरड़णो- ( क्रि०) १. रगड़ना । २. खरोंचना । घुररणो - ( क्रि०) १. नगाड़े, ढोल आदि का बजना । २. बादलों का गरजना । ३. कुत्ते आदि पशुनों का गुर्राहट करना । गुर्राना । ४. एक टक देखना । घुरस - ( ना० ) घोड़े का गरदन झुका कर पैर पटकने की क्रिया ।
घुरस खाणो - ( मुहा० ) घोड़े का पैर पटक
कर गरदन झुकाना ।
घुरसाळी - ( ना० ) कुतिया, लोमड़ी आदि के रहने का खड्डा । घुरिया । घुरसाळो - ( न०) घोंसला । घुरावणो - ( क्रि०)
१. ढोल, बाजा श्रादि
बजाना । २. बजवाना । ३. गरजना ।
४. निद्रावस्था में जोर से खुर्राटों की
आवाज करना ।
घुरी - ( ना० ) कुत्ते, सियार आदि द्वारा अपने रहने बैठने के लिये बनाया हुआ खड्डा ।
For Private and Personal Use Only
घुळगाँठ - ( ना० ) वह गाँठ जो प्रासानी से नहीं खुल सके।
घुळणो - ( क्रि०) १. घुलना । २. पिघलना । ३. रोग, चिंता आदि से क्षीण होना । ४. धागे आदि में लगी गाँठ का दृढ़ होना । ५. ( समय का) बीतना । व्यतीत होना ।