Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
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गठबंधण ( ३०५ )
गण गठबंधण-दे० गठजोड़ो।
गड़ागड़-साज- १. वाद्य सामग्री। गाजेगठियो-(न०) १. गांठ काटने वाला। जेब बाजे । २. वाद्य-ध्वनि ।
काटने वाला । जेब कतरा। २. लुच्चा। गड़ासंध-(न०) सीमा। हद । (क्रि० वि०) ३. घुटने आदि अंग की जोड़ों में होने पास । निकट ।। वाला वायु रोग। वाय रोग से जोड़ों में गडी-(ना०) १. कपड़े की तह । २. कपड़े होने वाली पीड़ा।
के समेटने पर बनने वाला उसका हर गड़-(न०) फोड़ा । गांठ।
भाग या मोड़ । ३. बही के पन्नों में डाले
हये सल । ४. उलझन । गाँठ । ५. कपड़े गड़गड़-खाँड-दे० कड़कड़ खांड ।
के थान थेले प्रादि की एक समान वस्तुओं गड़गड़ाट-(न०) गर्जन।
की श्रेणीबद्ध की हुई चुनाई । ६. करीने गड़गड़ी-(ना०) कुएँ से डोल की रस्सी से रखी हुई वस्तुओं का समूह ।
खींचने का एक चक्राधार । फिरकी। गड्थळ-दे० गड़ोथळ ।
२. घिरनी। चरखी । गराड़ी। गड़ो-दे० गिड़ो। गड़-गूमड़-(न0) फोड़ा-फुन्सी।
गड़ोथळ-(न०) १. छलांग । कुलाँच । गडडणो-(क्रि०) १. बादलों का गर्जना। कलाबाजी । २. शमिन्दगी । ३. हतप्रभ ।
२. गड़गड़ की ध्वनि होना। ३. नगाड़ा ४. हतकीर्ति । बजना । ४. जोर से बाजा बजना।
गढ़-(न०) किला । दुर्ग । गडणो-(क्रि०) १. गड़ना। दफन होना। गढपति-(न०) १. राजा । २. दुर्गपति । २. धंसना । ३. चुभना।
गढरोहो-(10)१. किले का घेरा । २. किले गडत-(ना०)१. बीमारी की तंद्रा । बीमारी पर से किया जाने वाला शत्रों का प्रव
की बेहोशी। २. हलकी बेहोशी। ३. रोध । ३. गढ़ की आड़ में किया जानेवाला हलकी नींद।
अवरोध । ४. गढ़ पर किया जाने वाला गड़दन-दे० गरदन ।
आक्रमण । गड़दानी-(ना०) गरदन । गरेबान । गढवई-दे० गढपति । गड़दान-(न०) १. एक वाद्य । २. ढोल। गढवाड़ो-(न०)चारणों का गाँव या बस्ती। ३. एक तोप ।
गढ़वार-(वि०) दृढ़ । मजबूत (कपड़े के गड़दानो-(न0) बाजा । ढोल ।
__लिये)। गड़बड़-(ना०) १. कोलाहल । शोरगुल । गढवी-(न०) १. चारण । (ना०) २. पानी
२. अव्यवस्था। गोलमाल । ३. क्रमभंग। पीने का लोटे के प्राकार का छोटा पात्र ।
४. दंगा। बलवा । ५. खड़बड़ी। बखेड़ा। कळसियो। गडवी-(ना०) लोटे के प्रकार की छोटी गढव-दे० गढपति ।
लुटिया। लोटे के ऊपर रखी जानेवाली गढवो-(न०) चारण । छोटी लुटिया, जिससे लोटे में से लेकर गढी-(ना०) १. छोटा गढ़। २. गांव के पानी पिया जाता है । कळसियो। (न0) चारों ओर का बाड़, भींत आदि का बना चारण । गठबी।
हुमा प्रहाता। गडवो-(न०) १. लोटा। २. कलसा । गढीस-(न०) गढ़पति । घड़ा । ३. चारण । गढवी ।
गढोई-(न०) गढ़पति । गड़ाकू-(ना०) गुड़ या खमीर मिला हुमा गण-(न०) १. शिव का पारिषद । पार्षद । तम्बाकू।
प्रमथ । २. मुड । समूह । ३. श्रेणी।
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