Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
( २५५ )
कोचरी
अथवा तो । ४. अर्थात् । यानि । (वि०) केकी-(सर्व०) १. किसकी। २. किसी की। कितना?
को-(सर्व०) कौन । (वि०) कोई । (प्रत्य०) कैडो-(वि०) कैसा ? किस तरह का ? ___ कर्म और सम्प्रदान की विभक्ति । कैद-(ना०) १. जेल । कारावास । २. कोइक-(सर्व) १ कोई-कोई २. कोई एक । ___ बंधन । ३. रोक । अवरोध । कोइठो-(न०) १. वह कुआं जिसका चरस कैनै-(सर्व०) किसको।
के द्वारा पानी निकाला जाकर सिंचाई कैफ-(न०) १. नशा । २. मस्ती।
की जाती है। कोसीटो। २. साग-सब्जी कैफियत-(न०) १. विशेष सेवाओं के उप- की बाड़ी । वाड़ी। लक्ष्य में निवेदमपत्रों आदि पर स्टांप कोइडो-(न०) १. रहस्य । भेद । २. उलनहीं लगाने की राज्य की ओर से दी झन । ३. आँटी। ४. झमेला । झंझट । जाने वाली माफी । २. राज्य में या राजा कोइलो-(न०) कोयला । को पेश किये जाने वाले निवेदन-पत्रों में कोई-(सर्व०) १. अनिश्चित । २. अनेक में स्टाम्प नहीं लगाने की माफी का एक से एक । ३. एक भी। पारिभाषिक शब्द (मारवाड राज्य का कोकड़-(ना०) १. सूखे हुये पीलू फल । एक नियम) ३. विवरण । ४. विशेष २. सूखे हुये लिसोड़े (गूदिये) ३. गप्प । सूचना या विवरण। रिमार्क । ५. हाल। कोकडी-(ना.) १. सूत की आँटी । कुकड़ी। समाचार ।
_ लच्छी । २. वस्त्र वर्तिका । कैमखानी-(न०) १. एक अद्धं मुसलिम जाति। ,
' कोकड़ो-(न०) १. वस्त्र वर्तिका । कपड़े की क्यामखानी । २. इस जाति का व्यक्ति ।।
बाती । २. बड़ी कुकड़ी। लच्छा । कैयाँ-(क्रि०वि०) कैसे ? किस प्रकार ?
कोकणो-(क्रि०) १. कच्ची सिलाई करना । कैर-अंबोळ-दे० करंबोळ।।
२. छेदना। कैर-(न०) १. करील वृक्ष । २. करील फल ।
कोकरू-(न०) कानों का एक प्राभूषण । कर।
गोखरू। कैर-बाटो- (न०) करील के कच्चे ताजे फल
कल कोकळ-(ना०) १. बहुत बाल बच्चों का
र और फूल ।
परिवार । २. बहत अधिक संतान वाला कैरंबोळ-(न०) कैर, कुमटिया, साँगरी अभावग्रस्त परिवार । (वि०) १. दीनताआदि में अमचूर मिला कर बनाया हुआ युक्त । २. दीन । ३. विनीत । साग।
__ कोकलो-(न0) १. टिंढ़सी, ककड़ी आदि कैरी-(ना०) कच्चा आम । अंबिया। (सर्व०) का बड़ा खेलडा। २ मतीरे, टिंढसी किसकी ?
प्रादि की खाली खुपरी। कैरो-(सर्व०) किसका?
कोख-(ना०) १. कुक्षी । कुख । २. गर्भाकैलास-(न०) मानसरोवर के पास हिमालय शय । ३. पेट । उदर ।
का एक शिखर, जहां शिव-पार्वती का कोचर-(ना०) दाढ़ की जड़ में पड़ने वाला निवास स्थान माना जाता है।
खड्डा । दाढ़ का एक रोग । (न०) १.खड्डा । कैलासपुरी-(ना०) मेवाड़ का प्रसिद्ध तीर्थ- २. पेड़ की खोड़र । कोटर। __ स्थान एकलिंगजी।
कोचरी-(ना०) उल्लू जैसी उल्लू से छोटी कैलू-(न०) खपरेल ।
एक चिड़िया। उल्लू की जाति का एक कैलूडो-दे० कैलू ।
पक्षी । भैरव चीबरी।
For Private and Personal Use Only