Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
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किरण ( २३९)
किरियाणो किरण-(ना०) १. गोटा-किनारी । तार- किरमिर-(ना०) तलवार ।
किनारी। २. बादले की झालर । ३. किरळी-(ना०) तीव्र चिल्लाहट । प्रकाश की रेखा । रश्मि ।
किर वाणी-(ना०) तलवार । किरणमाळ-(ना०) ज्वाला के समान तप्त किरसाण-(न०) १. किसान । कृषक ।
किरणों वाला सूर्य । सूर्य । प्रादित्य । २. खेती। कृषि ।। किरणाळ-(न०) १. सूर्य । २. चंद्र । ३. किरसारणी-(न०) कृषक । किसान ।
तेजवान पुरुष । ४. यशस्वी वीर पुरुष । किरसाणी-(न०) खेती करने वाले लोग ।
(वि०) १. प्राभायुक्त । २. तेजस्वी। कृषक जाति । किरणाळो-(वि०) १. तेजस्वी । २. वीर। किराड़-(न०) १. किरड़े (गिरगिट) के (न०) सूर्य।
समान भाव, चेष्टा और विचार आदि किरणियो-(न०) १. महंत, श्रीपूज, प्राचार्य के रूप में विविध रंग बदलने वाली शोषक
और राजा लोगों की सवारी के साथ रहने वृत्ति वाला व्यक्ति । २. किराड़ नगर वाला सोने या चाँदी से निर्मित लँबे डंडे के नाम के ऊपर से प्रसिद्धि में आई हुई वाला गोल या पत्तेनुमा एक राजचिन्ह बनियों की एक संज्ञा । बनिया । ३. नदी जिसकी एक और सूर्य और दूसरी ओर का किनारा । ४. किनारा । ५. कलार । चंद्रमा किरणों सहित चित्रित किये हुये किराड़ -(न०) १. मारवाड़ के मालाणी
होते हैं । भादंड । भामंडल । २. छाता। प्रान्त का खंडहर रूप एक प्रसिद्ध प्राचीन किरणी-(ना०)सहारा । प्राश्रय । प्रासरो। ऐतिहासिक नगर । किराटकूप । २. किरतब-दे० करतब।
मारवाड़ के नौ बड़े दुर्गों में से एक । ३. किरतबी-दे० करतबी।
मारवाड़ के इतिहास प्रसिद्ध नगर और किरतार-दे० करतार।
उसके किले का नाम । किरती-(ना०) १. कृत्तिका नक्षत्र । २. किराणो-दे० किरियाणो । ___ कृत्तिका नाम के छः तारों का समूह। किरात-(न०) १. एक जंगली जाति । किरपण-(वि०) १. कंजूस । कृपण । २. भील । २. नीच।
किरायतो-(न०) प्याज के बीज । किरपा-(ना०) कृपा । मेहरबानी। किरायरो-दे० किरायतो । किरपाण-(ना०) कृपाण । किरपान । किरायो-(न०) किराया । भाड़ा। भालो। __तलवार खांडो।
किरांसू-(सर्व०) किससे । किरमजी-(वि०) किरमिजी । गहरा लाल। किरि-(अव्य०) १. अथवा । किंवा । २. किरमर-(ना०) तलवार । तरवार।
मानों । गोया । जैसे।। किरमर-झल-दे० किरमर हथो। किरिया- (ना०) १. मृतक का प्रशोच निवाकिरमर-हथो-(वि०) १. खड़ गधारी। २. रणार्थ किया जाने वाला बारह दिनों तक __ मुहता नैणसी का एक विशेषण। का क्रिया कर्म । २. मृतक का ग्यारहवें किरमाळ-(ना०) १. तलवार । (न०) १. दिन का श्राद्ध प्रादि क्रिया कर्म। एकादशा।
तेजस्वी पुरुष । २. वीर पुरुष। ३. सूर्य । ३. व्यवहार । प्राचरण । किरमाळी-(वि०) खड़ गधारी । (ना०) किरियाणो- (न०) १. सोंठ, पीपर, पीपरा१. खड़ग । २. सूर्य । तलवार ।
मूळ, जवायन, चिरोंजी, बादाम, इला
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