Book Title: Mahopadhyaya Samaysundar Vyaktitva evam Krutitva
Author(s): Chandraprabh
Publisher: Jain Shwetambar Khartargaccha Sangh Jodhpur
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महोपाध्याय समयसुन्दर : व्यक्तित्व एवं कृतित्व ६.१.४.२० श्री तीर्थङ्कर-समवशरण गीतम्
जहाँ तीर्थंकर का किसी प्रकार का धार्मिक उपदेश होता है, वह स्थान समवशरण कहलाता है। जैन-मान्यता के अनुसार यह समवशरण देवों द्वारा बनाया जाता है। इस गीत में तीर्थङ्करों के उक्त समवशरण के स्वरूप का निदर्शन है।
यह गीत १० गाथाओं में आबद्ध है। इसका रचना-समय अज्ञात है।
उपर्युक्त गीतों के अलावा भाषा में निबद्ध निम्नलिखित लघु गीत भी उपलब्ध होते हैं - ६.१.४.२१ वर्तमान चौबीसी स्तवन
पद्य ३ ६.१.४.२२ अतीत चौबीसी स्तवन
पद्य५ ६.१.४.२३ बीस विहरमान जिन स्तवन
पद्य ४ ६.१.४.२४ सीमन्धरजिन स्तवन
पद्य ३ ६.१.४.२५ सीमन्धरजिन स्तवन
पद्य३ ६.१.४.२६ सीमन्धर स्वामी गीतम्
पद्य ३ ६.१.४.२७ युगमन्धरजिन गीतम्
पद्य५ ६.१.४.२८ आदिदेवचन्द्र गीतम्
पद्य २ ६.१.४.२९ श्री ऋषभदेव हुलरामणा गीतम्
पद्य ४ ६.१.४.३० श्री शीतलनाथ जिनस्तवनम्
पद्य३ ६.१.४.३१ श्री शीतलजिन गीतम्
पद्य३ ६.१.४.३२ श्री शांतिनाथ हुलरामणा गीतम्
पद्य ४ ६.१.४.३३ श्री शांतिजिन स्तवनम्
पद्य५ ६.१.४.३४ श्री शांतिजिन स्तवनम्
पद्य३ ६.१.४.३५ श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ भास
पद्य३ ६.१.४.३६ श्री पार्श्वनाथ लघु स्तवनम्
पद्य ४ ६.१.४.३७ श्री महावीर देव गीतम् ६.१.४.३८ श्री महावीर गीतम् ६.१.४.३९ श्री महावीर जिन सुरियाभनाटक गीतम्
पद्य २ ६.१.४.४० श्री श्रेणिक विज्ञप्ति-गर्भित श्री महावीर गीतम्
पद्य ४ ६.१.४.४१ श्री सुरियाभसुर नाटक-दर्शन महावीर गीतम्
पद्य २ ६.१.४.४२ श्री शाश्वत तीर्थङ्कर स्तवनम् ६.१.४.४३ श्री सामान्य जिन स्तवनम्
पद्य३ ६.१.४.४४ श्री सामान्य जिन गीतम्
पद्य ३ ६.१.४.४५ श्री अरिहंत पद स्तवनम्
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पद्य ४
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पद्य ३
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पद्य ५
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पद्य ३
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