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करने से चहाडी चूगली करनेसे.
१२० प्र-मुत्र कच्छ फत्ररी कामसे होवें ? उ-राणीयों या परस्त्रीयों से गमन करनेसे.
ध्यानकल्पतरू.
१२१ प्र - गुंगा कायसे होवें ? उ-झूटी साक्षी दे गुरु को गाली देनेसे,
१२२ प्र - सूलरोग कायसे होवें ? उ-पशु पक्षी कों बाण से मारने से सूल काँटे आर चूबानेसे.
१२३ प्र - उत्तम जाती का भीख क्यों मांगे ? उमाता, पिता, गुरु को मारें या अपमान करनेसे.
१२४ प्र - गुंबडे मस्से ज्यादा क्यों होवें ? उ-पशू पक्षी को पत्थर से मारने से
१२५ प्र - चमडी फटे तथा दाद क्यों होवे ? उसांप, बिच्छू, गो खटमल ज्यूं लीख को मारे तो.
१२६ प्र - सदा बीमार क्यों रहे ? उ-धर्मादा का खाके धर्म न करेतो.
१२७ प्र - पीनस रोग क्यो होवे ? उ-चीडीयो, मयुर, तोते आदी पक्षी मारनेसे.
१२८ प्र-कुष्ट रोग कायसे होय ? साधूको संताप
देनसे.
१२९ - सरीर कायसे धूजे ? उ-रस्ते चलते, वृक्ष त्रण, तोडेतो.