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श्रीपरममस्माय नमः
श्री
ध्यानकल्पतरू RADISE OF MEDITATION
___ by
SHRI AMOLAKH RISHIJEE
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अनेक सूत्रों व ग्रन्थों का दोहन कर मुमुक्ष
जनोंकी इच्छा पूर्ण करने के लिये
लब्रह्मचारी मुनी श्री अमोलख ऋषिजीने
बनाया और सेठ कुंदनमल घुमरमल्ल
बापणने (घोडनदी पुणे) रेसिडेन्सी बाजार दक्षिण हैद्राबादमें काटक आणि कंपनी के छा• छपाके प्रसिद्ध किया त २५°मुल्य शुद्ध प्रवृति सर्व प्रत १२५०