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स.
स०
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६३६
क्र० नाम आगम सर्ग श्लोक | क्र० नाम आगम सर्ग श्लोक संख्या संख्या
संख्या संख्या १५८ विशेषावश्यक सूत्र वृति ३ ६१५ १८४ नंदि सूत्र वृति ३ ७६२ १५६ शतक चूर्णि ३ ६३४ १८५ स्थानांग मूल वृति ३ ७६२ १६० कर्म प्रकृति ३ ६३४ १८६ आचारांग सूत्र की वृति ३ . ७७० १६१ एक गाथा (कर्म ग्रन्थ ३ ६३४ १८८ तत्वार्थ वृति ३ ७७३ कारके मत में)
१८६ प्राचीन गाथा ...३ ७८३ १६२ एक गाथा
३ ६३४ १६० विशेषावश्यक वृति ३ ७८५ (सिद्धांन्त मतानुसारी)
१६१ कर्म ग्रन्थ वृति . ३ १६३ तत्वार्थ भाष्य ३ ६३६ १६२ तत्वार्थ भाष्य ... १६४. तत्वार्थ भाष्य वृति ३ ६३६ | १६३ भाष्यकार की गाथा . १६५ तत्वार्थ भाष्य प्रथम
(पूर्वान्तर गाथा) अध्याय
१६४ विशेषावश्यक .. १६६ भाष्यकारी गाथा ३ ६४८ । १६५ कल्प चूर्णि १६७ कर्म ग्रन्थ
३ ६४६ १६६ प्राचीन गाथार्थ १६८ सिद्धान्त
३ ६४६ (ज्ञाता धर्म कथा) . ८१० १६६ विशेषावश्यक वृति ३. ६५५ | १६७ छठे अंग का चतुदर्श अध्ययन ८१० १७० सिद्धान्त के अभिप्राय ३ ६८६ १६८ प्राचीन गाथा
८१३ की प्राचीन गाथा
१६६ कर्म विपाक नामक प्रथम ८१८ १७१ सिद्धान्त के अभिप्राय ३ ६८६ 'कर्म ग्रन्थ की गाथा .. की प्राचीन गाथा .
२०० आचाराग सूत्र की वृति ३ ८२३ १७२ महाभाष्य सूत्र वृति .३ ६८७ २०१ सेन प्रश्न (अनुयोग द्वार वृति) ८२७ १७३ आवश्यक सूत्र वृति ३ ६८७ २०२ जीवाभिगम सूत्र . ८३१ १७४ कर्म ग्रन्थकार की गाथा ३ ६६८ २०३ कर्म ग्रन्थकार के मतानुसार ८४८ १७५ कर्म ग्रन्थकार की गाथा ३ ६६ २०४ तत्वार्थभाष्य' १७६ गुण स्थान कमारोह ३ ६६६ २०५ ताथ के सूत्र ३ ८४८ १७७ तत्वार्थ वृति ३ ७०६ २०६ तत्वार्थ भाष्य ... ३ ८५७ १७८ रत्नाकरावतारिका ३ ७०६ २०७ तत्वार्थ वृति ३ ८६८ १७६ तत्वार्थ वृति
३ ७३१ २०८ तत्वार्थ के सूत्र ३ ८६८ १८० भगवतीसूत्र वृति ३ ७३४ २०६ योग शास्त्र .. ३ ८६८ १८१ भाष्यकार की गाथा ३ ७३६ . (प्रथम प्रकाश की वृति) १८२ तत्वार्थ भाष्य ३ ७३८ । २१० प्राचीन गाथा - ३ ८७१ १८३ तत्वार्थ वृति ३ ७४६ | २११ भाष्यकार की गाथा (३) ३ ८७८