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कोई न कोई है तो जगत्कर्ता ईश्वरका कर्ता कौन है ? उसको किसने बनाया और फिर उसके बनानेवालेको 'किसने बनाया ? इस तरह कोई अन्त न आगया और किसी न किसीको मानना पडेगों जिसको किसीने नहीं बनाया । और यह मानते ही यह सिद्धांत कि बिना बनानेवालेके कोई चीज नहीं बन सकती, गलत हो जायगा । अगर थोड़ी देरके लिये, आपकी युक्ति मान भी ली जाय कि बिना किसीके बनाये हुये कोई चीज नहीं बनती है, तो यह भी जरूर है कि उस चीजके वनानेका कोई न कोई वक्त जरूर होगा जब कारीगरने उसको बनाया । अब बतलाइये कि अगर ईश्वरने इस जगत्को बनाया तो कब वनाया और कितनी देरमें बनाया ? 'बनाने' शब्दसे यह ज्ञात होता है कि किसी चीजसे किसी चीजको बनाया । सो बतलाइये कि ईश्वरने जगत्को किससे और किस चीजका बनाया ? अगर यह कहो कि किसी औजार वगैरहसे प्रकृति वगैरह चीज़ोंको बनाया, तो उन औजार और प्रकृति वगैरहको किसने बनाया ? यदि स्वय ईश्वरने बनाया तो ईश्वर निराकार है या साकार ? यदि निराकार कहोगे तो निराकारसे साकार जात् कैसे बन गया ? साकारसे ., बनता है, निराकारसे 'साकार नहीं बन सकता। यदि ईश्वर । है तो उसमें संसारी जीवोंके समान हाथ, पैरे, नाक, कान