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દ્રવ્યાનુયોગ ભાગ-૪
तेसो स्पशथी - १.४४ स्पर्श - परित ५५ छ, २. भूदृस्पर्श - परित ५५ छ, 3. स्पर्श - ५२त ५९ छ, ४. लघुस्प - परित ५५ छ, ५. शीतस्पर्श - ५२ त ५९॥ छ, 5. स्पर्श - परिणत ५९छे. તેઓ સંસ્થાનથી-૧, પરિમંડળ સંસ્થાન- પરિણત પણ છે, २. वृत्तसंस्थान - परित ५९॥ छ, 3. व्यस्त्रसंस्थान - परित ५२ छ, ४. यतु२स्त्रसंस्थान - परिरात ५। छ, ५. मायतसंस्थान - परित ५५ छ.
फासओ-१. कक्खडफासपरिणया वि, २. मउयफासपरिणया वि, ३. गरूयफासपरिणया वि, ४. लहुयफासपरिणया वि, ५. सीयफासपरिणया वि, ६. उसिणफासपरिणया वि। संठाणओ-१. परिमंडलसंठाणपरिणया वि, २. वट्टसंठाणपरिणया वि, ३. तंससंठाणपरिणया वि, ४. चउरंससंठाणपरिणया वि, ५. आयतसंठाणपरिणया वि' ।
-पण्ण. प. १, सु. १२ (१-८) संठाण परिणयाण सय भेया१. जे संठाणओ परिमंडलसंठाणपरिणयाते वण्णओ-१. कालवण्णपरिणया वि, २. नीलवण्णपरिणया वि, ३. लोहियवण्णपरिणया वि, ४. हालिद्दवण्णपरिणया वि, ५. सुक्किलवण्णपरिणया वि । गंधओ-१. सुब्भिगंधपरिणया वि, २. दुब्भिगंधपरिणया वि। रसओ-१. तित्तरसपरिणया वि, २. कडुयरसपरिणया वि, ३. कसायरसपरिणया वि। ४. अंबिलरसपरिणया वि। ५. महुररसपरिणया वि। फासओ-१. कक्खडफासपरिणया वि, २. मउयफासपरिणया वि,
गरूयफासपरिणया वि, ४. लहुयफासपरिणया वि, .. सीयफासपरिणया वि, ६. उसिणफासपरिणया वि, ७. निद्धफासपरिणया वि,
८. लुक्खफासपरिणया वि२। १. फासओ लुक्खए जे उ, भइए से उ वण्णओ।
गंधओ रसओचेव, भइए संठाणओ विय॥- उत्त.अ.३६,गा.४१
૯, સંસ્થાન પરિણતાદિના સો ભેદ -
१.४ो संस्थानथी - परिभण संस्थान - परित छतो थी - १. us[ - परित ५९। छ, २. नीराव - परिणत ५। छ, 3. २ऽतव - परित ५५ छ, ४. पात - ५२४ात ५९ छे, ५. शुस१५ - ५२४ात ५५छे. तेसो गयी - १. सुगंध - परित ५९ छ, २. हु५ - ५२।५॥ छ, तेसो २सथी- १. तितरस - परिसरात ५९ छ, २. १९२१ - परिणत ५। छ, 3. घायरस - परित ५९। छ, ४. अस२स - परित ५९ , ५. मधु२२४ - परित ५९॥ छ, तेसो स्पशधी - १. ४६१ स्पर्श - परित् ५५ छ, २. भूदृस्पर्श - ५२४ात ५५ छ, 3. स्पर्श - परित ५९॥ छ, ४. सधुस्पर्श - ५२४ात ५९ छे, ५. शीतस्पर्श - ५२५त ५५॥ छ, 5. Gस्पर्श - परित ५९॥ छ, ७. स्निग्यस्पर्श - परित ५। छ,
८. अक्षस्पर्श - परित ५५ . २. परिमंडलसंठाणे, भइए से उ वण्णओ।
गंधओरसओ चेव, भइए फासओ विय॥- उत्त.अ.३६,गा.४२
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