Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 731
________________ पृष्ठ नं. | शब्द पृष्ठ नं. | अबुहे अरति शब्द पृष्ठ नं. | शब्द अप्पडिलेहिय दुप्पडिलेहिय - अबुद्ध जागरिया सिज्जा संथारे २/१३१ | अप्पडिविरय १/१७३ | अबंभचरिय अप्पडिहारिय १/६७९ अबंभचेरविरमण अप्पणो आयरियलक्खण वागरण २/२२४ अबंभसेवी अप्पत्तिय १/१८० अब्भक्खाण अप्पधिगरणे २/२७८ अब्भुट्ठाण अप्पमज्जिय-दुप्पमज्जिय - अब्भत्तट्ठ पच्चक्खाण सुत उच्चारपासवणभूमि २/१३१ | अभओ अप्पमज्जिय-दुप्पमज्जिय - अभयदाण सिज्जा-संथारे २/१३१ | अभिओग भावणा अप्पफरूसवयण १/५३५ अभिक्कन्त किरिया अप्पमत्त १/२८५,५४४; अभिक्वन्त कूर कम्मा २/२०४,२०५,४५८,४६२ अभिक्खलाभिए अप्पमत्त अज्झवसाण १/७५४ अभिगमकुसल अप्पमाणभोई १/३०५ अभिगमदसण अप्पमाय पडिलेहणा अभिगम (रूई) अप्पमाओ १/२२३ अभिगहियमिच्छादसण अप्पमुसावाय १/२९५ अभिग्गह अप्पयरा १/१३८ अभिग्गह पच्चक्खाण सुत्तं अप्पलीण १/४५५ अभिग्गहम्मि अप्पसमदिट्टी १/२२६ अभिचारिय अप्पसागारिय १/६४९ अभिनन्दण (तीर्थंकर) अप्पसावज्ज किरिया १/६५० अभिनिचारिका अप्पा १/१६०; २/५१,४५९ अभिन्नवत्थ अप्पाउबंध कारण २/१२२ अभिसेयट्ठाण अप्पाणरक्खी २/२०६ अभिसेय रायहाणी अप्पाधिकरण २/२४६ अभिहड अप्पाहार १/६२४ अभूतोवघातिय अप्पियकारिणी १/५२७ अमणुन्न पोग्गल अम्मापिउ (यर) १/५० अमर भवण अफलराइयो अमाई अफासुय १/५५४,५६७,५६९,५७५, अमितयाणभोयण णिसेह ५७६,५७८,५७९,५८१,५८३,५८४,५८५, अमित्त ५८६,५८७,५८९,५९१,५९३,५९४,५९७, अमियासणिय ६०६,६०७,६०९,६१९,६२९,६४२,६४४, अमिल ६६८,६७९,६९३,७११,७१२,७१३,७१५, ७४२; २/१३३ अमिलकपास अबहिमणे अमिलक्खु अबहुसंपन्न २/८५ अमिलाणि अबहुस्सुय १/१०८ अमुच्छिय अबाल १/१८३-१८६; अमुणी २/४६९ अमुणी-मुणी सरूव २/४५२ | अमुसा २/२८१ १/११६ | अमूढ १/१०६,१३० १/३३५ अमूढदिट्ठी १/१२५ १/३२३ अमेहावी १/१८४ २/२४३ अमोसलि १/७३३ १/१७४,२१४ | अम्मापिइसमाणे २/१२१ २/६८,६९ अयपाय १/७१० २/१११ अयलभाया (गणधर) १/८ १/२२३ अयलोह १/४१९ १/३२० अयसित्थि १/४०९ २/१७६ अयहारी अर (तीर्थकर) १/३,४,१९९ १/५०६ अरइ २/४२५,४५६ २/३०७ अरइ णिसेह १/४४३ १/८५ अरइय १/२५९,२६७ १/१२७ | अरइ-रइ १/१७४; २/४७१ १/१२६ १/४४३, ४४४ १/१६४ अरसजीवी २/३१० २/२६८ अरसाहार २/३०९ २/११२ | अरहा १/८,१४,४१,४२, १/५१४ २/२२६,२२७,३९८ १/५०३ अराय १/५०१ | अरि (र)हंत १/१,२,३,२४,१२९,१६८, १/५५६ १७१,२१८,५१२, २/२२८,४५२ १/६९५ अरिहंत आसायणा १/९४ १/४६३ | अरिहंतपण्णत्तधम्म १/१२९ १/५०३ अरिहंताणं २/३६३ १/५६६,६२६ अरूणोववाय २/२५३ १/५२१-५२४ अलाभ परीसह २/४२१,४३१ १/४०९ अलित्त १/५०६,५१० २/४०९ अलियवयण १/३००,५२६ १/८३; २/३६४ अलूसय १/१०८ १/३३१ अलोग(य) १/६२,६३,१९० अल्लीणगुत्त २/४५६,४६१ २/८७ अल्लीणता १/४१७ अवकक्करभोई १/४२१,७०५ अवग्गह पडिमा २/३३५,३३६ १/१८१ अवज्झाणचरिय २/१२८ १/६८६ अवज्झाणता २/२८७ २/१८१ अवड्ढमोयग्यिा १/६२४ २/३१ | अवणीत-उवणीतवयण १/५२० २/३२ | अवणीय चरए २/३०६ Jain Education International P-136 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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