Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 811
________________ पृष्ठ नं. हूहुयंग १/३२८ शब्द . पृष्ठ नं. शब्द पृष्ठ नं. | शब्द हयकण्ण मणुस्स १/२२४,२/३८१ | हरिसलिलप्पवायकुण्ड १/३३८ | हिमवंत (पर्वत) १/१५७ हयकंठग १/१७३,२/१९५ | हरिस्सह १/१०६ | हिरण्णवय १/२२१-२२३ हयपत्ती १/१४७ | हरिस्सह कूड १/३१७,३१९,३२०, हिरि १/१२७ हयमिहुण १/१४७ ३२१,३२९ | हिरिकूड १/३१२ हयवर १/८६ हरिस्सह देव १/३१९ | हिरि (देवी) १/३४२,३४६,४३८ हयवीही १/१४७ हरिस्सह (विद्युतकुमारेन्द्र) १/१०२ | हिरिदेवी कूड १/३१२ हयसंघाडग १/१७१ हरिस्सहा रायहाणी १/३१९ | हिरी (किंपुरुषेन्द्र की अग्रमहिषी) २/८ हरय (हृद) हलधर वसण १/१५२ | हुडुक्क १/२०५ हरि (विद्युत्कुमारेन्द्र) १/१०२ हंसगब्भ (कंड) १/४८ २/३४४,३६३,३७४,४०२ हरि (हरिसलिला) (महाणई) १/३७१ | हंसासण १/१६१ २/३४४,३६३,३७४,४०२ हरिकूड १/३२०,३२१ हाणी बुड्ढी (सूर्य की गति में) | हेट्ठिम गेवेज्जग देव २/२९६,२९७ हरिकत १/१०६ हारदीव १/४६७ | हेट्ठिल्ल हरिकंत कूड १/३१२ हारभद्द देव १/४६७ | हेममालिणी देवी हरिकंत दीव १/३७१ हारमहाभद्द देव हेमवं (मास) २/३९० हरिकंत (नदी) १/२०३ हारवर दीव १/४६८ हेमवय कूड १/३०८,३१२ हरिकंतप्पवायकुण्ड १/३३८,३६६,३७१ हारवर देव १/४६७, ४६८ हेमवय देव १/२४१,३११ हरिकंतप्पवायदह १/३४१,४३९,४४० हारवरभद्द देव १/४६८ हेमवय (वास-खेत्त) १/२०२,२२१-२२३ हरिकता महाणई १/२९१,३३८,३५३, | हारवरमहाभद्द देव १/४६८ | २३२,२४०,२४१,२५८-२६०,२९०,३२८, ३५५,३६०,३६१,३६४,३७१,४४०,४४१ हारवरमहावर देव १/४६७,४६८ | ३२९,३५४,३५९,३६५,३६६,४००,४१०, हरिकता महाणई पवाय (प्रपात) १/३६० हारवरावभास दीव १/४६८ |४२८,४३१,४३३,४३९,४४०,२/३६४, हरिदीव १/३७१ | हारवरावभासमहाभद्द देव १/४६८ ४०२,४२१ हरिप्पवायद्दह १/३४१,४३९,४४० हारवरावभासमहावर देव १/४६८ | हेमंत आवट्ठिय २/१८९-१९२ हरि महाणई १/२९१,३५३,३५४, हारवरावभासवर देव १/४६८ हेमंत (ऋतु) १/२५०-२५४ ३५५,३६०,३६४,३६६,४४०,४४१ हारवरावभासोद समुद्द १/४६८ हेरण्णवय कूड २/३१३,३१४ हरिवास (खेत्त) १/२०३,२२१,२२२, हारवरोद समुद्द १/४६८ हेरण्णवय देव २/२४२ २२३,२३२,२४२,२४३,२४४,२६०, हार समुद्द हेरण्णवय (वास-खेत्त) १/२०२,२३२, २६२,२९१,३४१,३५५,३६६,४००,४२८, हालिद्दतण मणि (वण्ण) १/१५३ २४०,२४१,२६४,२६५,२९२,३४१, ४३१,४३४,४३९,४४०,२/३६४,४०३,४२१ | हास (महाकदित व्यंतर देवों का इन्द्र) २/७ ३५४,३५९,४२८,४३१,४३३,४३९, हरिवास कूड १/३१२ हासरई (महाकंदित व्यंतर देवों का इन्द्र) २/७ ४४०,२/४२१ हरिवास देव १/२४४ हासा १/१२७ | हेरूयाल वण (वन) १/३७४ हरिवाहण देव १/४५९ | हिमवं (हिमवान्) कूड १/३३२ १/४६८ P-216 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

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