Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 749
________________ १/२८ तेल्ल शब्द पृष्ठ नं. | शब्द पृष्ठ नं. |शब्द पृष्ठ नं. तवारिह २/३५२ | तित्थय (क,ग)र १/३,४,१३,२५, | तेउकाइय जीव २/१०,११ तवोकम्म २/८४,९८,१४७,३६१,३६२ २२४,२८३,२९३,३२०; २/२२६ | तेउकाइय संजम २/१५ तवोगुणपहाणं २/४६५ ति-मासिया भिक्खु पडिमा २/३१७,३२३ | तेउकाय अणारंभ ठाण २/५७ तवोवहाणमादाय २/४३२ तिरट्ठी १/१८८ तेउकाय अमोहसत्थ १/२३७ तस १/१४१,१५८,१६१,१९७, तिरिक्खजोणिय १/१०४,३१६; तेउक्काय २१९,२३०,२४९ २/४१०,४३५ तेउफास २/४२३,४२४ तसकाइय (1) १/२२८,२४८ | तिरिक्खजोणिया उवसग्मा २/४३६ तेउ महाभूत १/१५४ तसकाइय आरंभ १/२८४ तिरिच्छसंपाति (इ)म १/५०५,७३१ १/१६२ तसकाइय जीव २/१०,११ तिरिच्छ तेण १/५३० तसकाय अणारम्भ ठाणं २/५८ | तिरिच्छा २/५१ तेणाहड २/१२६ तसकाय १/२४५,२४६ तिरियगई १/१७२ तेत्तीसविह ठाणाई पडिक्कमण सुत्त २/१०३ तसकायसत्थ १/२४६,२४७ तिरियदिसिवय २/१२७ तेयणिसग्ग २/२५३ तसकायसमारंभ १/२४६ | तिरियदिसिपमाणाइक्कम २/१२७ तेयलेस्स तसकायसव १/२४४ तिरियदंसी २/४६० | तेयाणुबन्धी २/४०३ तस-थावर १/२१९,२२१,२५०,५३३ | तिरियलोय १/५५५ तस-थावरा पाणा १/४७७ | तिरियसंसार विओसग्ग २/४०७ तेल्लबिन्दु १/१२६ तसपाणसमारंभ तिरीडपट्ट १/४१७ तेल्लाइणं अब्भंग १/४८० तसा पाणा १/२२९,२४४, | तिल १/१७५,५८६ तेन्दुग १/५८६ तोत्तगवेसय १/८३ २४५,२४६,७३८ | तिलपप्पडग १/५८६ तस्सेवी २/३६२ | तिलपिट्ठ तोयबिन्दुप्पमाण १/५८६ १/४८० तंबपाय तहक्कारो तिलोगदंसी १/१०६ १/७१० तंबलोह १/१११ | तिलोदग (य) १/६४१,६४६; २/२९५ १/४१९ तंबोल ताण १/४५४,४५५ तिसरग १/६५४ तुंबवीणिय १/४२५ तालउड १/३३३ १/४३ थणियकुमार तालण | तीयवयण १/१७५ १/५० १/५२० थलगय तालपलंब १/५८४,५८८ तुच्छ १/१२०,१२१ थवथुइमंगल १/१३३ तालमूलय १/२८७ तुच्छकुल २/१९० थवथुइमंगल फल १/१२ तालायर १/४२५ तुच्छरुवा १/१२१ थविरप्पगारा २/२२७ तालियंटक १/४३२ तुच्छोभासी १/१२० थावर १/१४१,१५८,१६१,१९७, तारागण १/१०१ तुच्छोसहिभक्खणया २/१२७ २१९,२३०,४३९,४८० तिक्खसिंग १/१०९ तुडिय १/४१८,६५४ थिरसंघयण १/५२२,६९१ तिगिच्छ-मंत-मूल १/५७२ | तुयावइत्ता थिरीकरण १/१२५ तिगिच्छा १/२५७,३४५ २/३३२ १/१७५ तिगिच्छापिण्ड १/५७३ १/४२२ थीकह १/३२८ तिगिच्छा विहाण २/८९ तुससाल १/४२२ थीकहा णिसेह १/३२७ तित्तिर १/१७६ | तुसिणीय १/४९३ थीकहा मणोरमा १/३२६ तितिक्ख २/३०२ | तुसोदग (य) १/६४१,६४६; २/२९५ थुइ मंगल तितिक्षण १/६२५ तूणइल्ल १/४२५ थूणाविसय २/२५६ तित्ती १/२२२ तूलकड १/६९१ थूलमेहुणविरमण २/१२६,१४३ तित्थ २/२२६ तेइन्दियकाय थूलाइ पाणाइवाय २/१३९ तित्थधम्म २/३९३ तेउकाइय (1) १/२२८,२३६ थूलाओ अदिण्णादाणाओतित्थपवत्तणकाल २/२२६ तेउकाइय आरंभ १/२८४ | वेरमणं २/१२४,१२५,१२६,१४३ ताई तीय थिल्लि तुलकड | तुसगिह P-154 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

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