Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 784
________________ शब्द | चमरे चरा पृष्ठ नं. | शब्द पृष्ठ नं. | शब्द पृष्ठ नं. चउपोरिसिया राई २/३३८ | चमरस्स १/१०५,१११,११२,११४, चित्तकूड १/३१६ चउप्पएसादीया १/२३ ११८,१२२,१२३ | चित्तकूडा वक्खारपब्वया १/४१२ चउप्पयं २/३९८,४०० चमरस्स णं १/१०३,११६,११७ | चित्तकूडे १/३१५ चउरंसा १/६५,८०,२/१, ३०४ | १/९० | चित्तगुत्ता १/१०७,१२७ चउरंसा (जाव) १/६७-७०, चमरे चेव १/१०२ चित्तपक्खे १/१०५ ७०.८८.०० चमरो १/२०८ चित्तरसा १/३७७ चउरंसा य २१३०५ चित्तविचित्तजमगपव्वएसु २/११ चउरंसाओ २/३१९ चरिम २/४११ चित्ता १/१०४,२/२०६,२१३, चउरंसे १/१७७ | चरिमंत पएसा २/४१३,४१४ | २२८,२४१,२४४,२५३,२६४,२६६,२७३ चउरिंदिया १/२६,२/४११ | चरिमंत पएसे २/४११ चित्ता णक्खत्ते २/२०९,२१६,२२०,२३३ चरिदियाणं | चरिमंतपएसा य १/६२| चित्ता य १/१२८,२/२४६ चक्कज्झयाणं १/१७९ | चरिमंतपएसाण १/६२,२/४१३ | चित्ताकुलं २/२२९ चक्कद्धचक्कवालसंठिया २/१७१,१७३ चरिमंतपदेसा चित्ताणं १/१९५,२०१,२/१८६ चक्कपुराओ चरिमंताओ चित्तासोएसु मासेसु चक्कपुरारायहाणी १/२४० | चरिमंताण य चित्ताहिं २/६८,१८६ चक्कभागसंठिया २/१७७ | चरिमंते १/५१,५७,५९ चित्ते १/१०५,२/३८९ चक्कवट्टि-बलदेव-वासुदेव | १/४०१ चरिमा १/६१ चिल्ललेसु १/१३०,१३४,१३५, चक्कवट्टि-विजया १/२०३,२३२, | चरिमाई २/४१३ १३६,१३७ ४१५,४२९ चरिमे २/४१२ | चुत्तकणगा १/१०४ चक्कवट्टिविजए १/३६८ चाउज्जामाओ २/४०५ चुप्पालए १/१९२ चक्कवट्टिविजयाओ १/३६७ चाउमासियापडिवएसु १/४५९ | चुलियंगे २/३४४ चक्कवालभागं २/१७८ चाउरंतचक्कवट्टिस्स १/१७३ चुल्लहिमवंत १/२०२,२४१,४०० चक्कवालविक्खंभस्स १/४६० | चामरच्छ गोत्ते २/२०९ चुल्लहिमवंत-सरिसो १/३३० चक्कवालविक्खंभेणं १/२७५,३८४,३९० चामरज्झया १/१६० चुल्लहिमवंत-सिहरीसु १/४३७ चक्कवालविक्खंभो १/३९० चामराओ १/१७४,१९५ चुल्लहिमवंत वासहरपब्वयं १/२६१ चक्कवालसंठिया २/१७३ | चामराणं १/२०१ | चुल्लहिमवंतकूडस्स १/३१० चक्खु-सुभचक्खुकंता १/४६५ चार संखा २/१७८ चुल्लहिमवंतकूडाणं १/३१२ चन्द २/३२,४०,१६७,१९५ २/२४२ चुल्लहिमवंतकूडे १/३११ चन्द-सूर २/४९ |चारणा १/३९९ । चुल्लहिमवंतकूडे चेव १/३११,४३६ चन्द-सूर णक्खत्ताणं |चारणेहि १/४२७ चुल्लहिमवंतवासहरपब्वए १/३०८ चन्द-सूर-गह-णक्खत्त-ताराणं | चित्ता २/२७६ चुल्लहिमवंतस्स १/२२४,२५९,३८१ चन्ददीवा २/१९३,१९५,१९८,१९९ | चित्त-विचित्तकूडे १/३६७ चुल्लहिमवंतस्स - चन्दमण्डला २/७३ | चित्त-विचित्तकूडाणं १/३४८/ वासहरपब्वयस्स १/२२५,२२९, चन्दमासे चन्दस्स २/५२ | चित्तंगयावि १/३७७ २४०,२९६,३८० चन्दसहिया २/४७ | चित्तकणगा १/१२८॥ चुल्लहिमवंता १/४३३ चन्दा २/१७,४६,४७ | चित्तकम्मे वा १/१० चुल्लहिमवंता रायहाणी १/३११ चन्दे सब्बबाहिरं २/६७ | चित्तकूड-वक्खारपब्वए १/३०२,३१५ | चुल्लहिमवंताओ १/३५३ चन्देण जोगं २/२४३ | | चित्तकूडवक्खारपब्वयस्स १/३०२ चुल्लहिमवंते १/२५७,२५८,३११, चमर १/८९ चित्तकूडस्स पव्वयस्स १/२८९ ३१७,४११,४३६ चमरचंचा १/१११,३२१ | चित्तकूडस्स वक्खारपब्वयस्स १/२३३ | चुल्लहिमवंते वासहरपव्वए १/३१० चमरचंचाए १/११४,३१९ चित्तकूडा १/२५६ चुल्लहिमवंतो १/२६५ चमरचंचे १/११३ | चित्तकूडे य इत्थ देवे १/३०२] चूअवणे १/२८० चारं P-189 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

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