Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 745
________________ १/९३ छंद छउमं १/६९ शब्द पृष्ठ नं. शब्द पृष्ठ नं. शब्द पृष्ठ नं. चरित्तिड्ढी २/२३४ चुण्णयपिण्ड १/५७४ | छिन्नाल १/९० चरित्तिदि २/२२७ चेल १/५१०,६४७,७३१,७३२| छेओवट्ठावण (1) २/१२,३७८ चरित्तोवघात २/२०७ चेलगोल १/३३८ छेओवट्ठावणा पायच्छित्तरिहा २/३७८ चरिमतित्थगर २/२२६ चेलचिलिमिलिय १/७०२ | छेदारिह २/३५२ चरिय .. १/४२१ चेलपाय १/७१० छेदोवट्ठावण-संजय-कप्पट्ठिई चरियानियट्ट १/५५६ चोक्ख १/२२३ | छेदोवट्ठावणियचरित्तगुणप्पमाण १/२६ चरिया परीसह २/४२१,४२८ चोयण १/८५ छेदोवट्ठावणियसंजम २/१६ चरियापविट्ठ १/५५६ चोलपट्टग १/७०८,७२९ छेय १/५००; २/९,१०,२४०,२४१ चलाचल १/४९१ चंड १/९०,९१ छेयपरिहार १/५५७ चवेडा चंद १/१०९,१७८ १/४३५,७५५,२/२०५ चाई-अचाई लक्खण २/२४ चंदपडिमा २/३३७ छंदणा २/६८,६९ चाउज्जाम धम्म २/२२८ चंदपडिमं पडिवण्ण २/३३७ छंदा चाउम्मासिय अणुग्धाइय २/३५३ चंदप्पह (ससि) छंदोवणीया १/२३० चाउम्मासिय उग्धाइय २/३५३ चंदालग १/३३८ जउणा १/५०४ चाउल १/५७९,५८७ चंदिम १/१९४ जउब्वेय १/४८ चाउलधोवण २/२९५ चंदिमसूरियाणं जक्ख १/९२; २/४०९ चाउल पलंब १/५७९,५८८; २/३२८ चंदोवराय जक्खमह चाउलपिट्ठ १/५७९ चंपा १/५०२ जक्खाइट्ठ २/३७९ चाउलोदग १/६४४,६४५,६४६ २/४३२ जक्खालित्त चाउलोदण १/५४७ छउमत्थ १/३६,४१; २/१२ |जक्खावेस २/२०२ चाउवण्ण संघ १/१२९,१३० छउमत्थमरण २/१९४ जगनिस्सिय २/५४ चार २/४३० छक्काए १/४७ | जज्जरिय २/३५० चारगबंधण १/१७६ छज्जीवणि (नि)काय (1) १/२२८,२२९,२३० जणवद (य) १/१४८,५०२ चारण १/२२५,२/४१२ छज्जीवणिकायवह १/२५१ जणवयपरिग्गहाए १/७५१ चारण भावणा २/२५३ छज्जीवणिया १/२२८,२२९ जणवय परियावाए १/७५१ चारणलद्धि २/४१२ छट्ठभत्तिय २/८४ | जणवयपहाए १/७५१ चित्तकम्म छड्डियदोस १/५९६ जणवयसच्चा १/५१३ चित्त (1) चेल्लडय १/४९१,५५३ छण १/४३४ जत १/१८७ चित्तनिरोह १/७५१ छणपद २/४५६ | जतुकुम्म १/३२८; २/४२७ चित्तमंससोणित १/५२२ छण्ण २/३६२ | जन्नो १/२२३ चित्तसमाहि १/७५० छत्त १/६४७ | जमलोइय १/१७० चित्तसमाहिट्ठाण १/७४९,७५० छत्तक (ग) (य) १/४३२,५०७, |जम्मदंसी २/४६० चित्ता १/१८० ७३१,७३२ जय १/१९९,२५१ चित्तालंकारवत्थग २/४२६ छन्न १/५२७ जयण १/२२३ चियत्तोवकरण साइज्जणया २/३०३ छप्पुरिमा-नवखोडा १/७३३ | जयणा १/४८८ चिया (धम्म) छमासिया भिक्खुपडिमा २/३१७.३२४ | जयणावरिणज्ज कम्म खओवसम २/२० चिराधोय छल्लिक्खाय १/५३९ | जयय १/४८९ चिलिमिलि (ली) १/२७६,६४७, छविखायाण १/६०२ जरा ७०२,७०३,७३१,७३२ । छविच्छेय २/१२५ | जराउ (ऊ) १/२२९,२४९ चिंचापाणग १/६४२ छिण्णकहकहे २/३०० जराउया १/२४४,२४५ चीणंसुय १/४१७,६८६ छिण्णसिणेह १/५०८,५०९; २/८३ | जराजुण्ण २/६० चीवरधारी | छिन्नमालव १/५२२ जलगय १/५११ P-150 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

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