Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 735
________________ पृष्ठ नं. १/५४२ इड्डी इत्तरिय शब्द पृष्ठ नं. |शब्द पृष्ठ नं. | शब्द आवीइमरण २/१९३ आहारसमिति १/२८३ इत्थीवेय २/३६९,४२६ आस १/५५३ | आहारसरुव १/५३६ | | इत्थीणं इन्दियाणमाआस-करणाणि आहारेसण पडिमा २/३२७ लोयणवज्जणया १/४२२,४२४ आसगंसि आहियदिट्ठी १/१६८ | इत्थीणं कह आसजुद्धाणि आहियपण्ण १/१६८ | इत्थीणं कूडयाइ सबसवणणिसेह १/३२९ आसण १/६७५,६७८ आहियवाई १/१६८ इत्थीहिं सद्धिं निसेज्जा णिसेह १/३२८ आसत्त आहेण १/६३०,६३१ इरियट्ठाय १/६२४ आसत्ति १/४३८ आहोहिय १/४१ इरिया १/१४३ आसत्थपत्त इक्कडं २/३३१ इरियावहिया १/१४७,४८९,४९० आसव १/१२५,१२६,१४२,१७१, इक्खागकुल १/५५३ इरियावहिया किरिया २/१२९ १९०,२०६,२०८,२०९,४४२ इच्छाकारो २/६८,६९ इरियावहिया पडिक्कमण सुत्त २/१०१ आसवदार १/४३७; २/११८ इच्छाणुलोमा १/५१४ | (इ) ईरियासमिई १/२८१,४८७,५१२ आसवदार पडिक्कमण इच्छापरिमाण २/१२४,१२६ इरियासमिय १/२१२,२२०,७७०,२/४५२ आसाढी पाडिवए इच्छालोभ २/३०२ इसि २/४८ आसायणा फल १/९९ २/२३४,४३२,४६९ | इसिज्झय १/१४३ आसासा २/१२१ इड्ढीगारव इस्सरियमय २/२१९ आसिल २/४४० इड्ढीसक्कारसम्माण २/५० | इहलोइय ववसाय १/४८ आसीविस १/९९ १/२६,२/२९४,२९५ | इहलोइयसद्द १/४६० आसीविसभावणा २/२५३ इत्तरिय पडिक्कमण इहलोइयाइरुवेसु आसत्ति १/४६४ आसुर १/१६२; २/१७६ | इत्तरियपरिग्गहियागमण २/१२६ इहलोग आसायणा १/९७ आसुरकाय १/१३० इत्तरिए अणेगविहे २/२९४,२९५ | इहलोगपडिणीय १/८९ आसुपण्ण १/१०५ इत्थिकह १/११३,११४ इहलोग पडिबद्धा आसुरत्ता २/१७६ इथिकामभोग १/१५३,१७७ इहलोग संवेगणी २/३९७ आसुरयं दिसं २/४६७ इत्थित्तट्ठा निदाणकरण २/१८२ | इहलोगासंसप्पओग २/१०८ आसोत्थ पवाल १/५८४ इत्थिभोग २/१८२ इंगाल १/४९१,६२२ आसोय पाडिवए १/७० इत्थियअवलोयण १/४६४| इंगालकम्म २/१२८ आसंदिय १/३३८, २/५९ | इथिलिंगसद्दा १/५१५ | इंगिणीमरण २/१९४,२९९ आहाकड १/४३३ | इत्थिवयण १/५२० इंद १/१४२,२/२२७ आहा (धा) कम्म १/५५९,५६०, इत्थिवयू १/५१५,५१७,५१८ इंदभूइ ५६१,५६२,५६३,२/१५४,१९७ | इत्थिविग्गह १/६२७ | इंदमह आहाकम्मिय १/६२७ | इत्थिवेदखेयण्ण १/३३७ इंदमहापाडिवा १/६७ आहार १/१९०,५३७,५३९,५४१, । इत्थिसागारिय १/६४९,६५१ इंदिय अपडिसंलीण २/३१६ ५७५,५७६,६२२,६२३,६२४,७३७; | इत्थी इंदियाणं आलोयण णिसेह १/३२९ इंदियग्गी १/३३१ २/२९९,३०० इत्थीकहविवज्जणया १/४२२,४२३ इंदियचोर वस्से २/४७१ आहारएसणा १/२८२ | इत्थीनिलय १/३२७ इंदियणिग्गह फल १/७७४ आहारकरण २/८६ इत्थी परीसह २/४२१,४२५-४२७ | इंदियस्थ १/४८८ आहारजुत्तउवस्सय १/६६७ इत्थी-पसु-पंडगसंसत्त इंदियदरसिणं १/३२६ आहारपच्चक्खाण १/१३४,२/११९ । सयणासणवज्जणया १/४२२ इंदिय पच्चक्खं १/२० आहारपायण णिसेह १/५४३ इत्थीपुरिस उवसग्ग २/३२० इंदिय पडिसंलीणया २/३१३ आहारपोसह २/१३१ | इत्थीरागणिसेह १/३३५ ईसर १/१६० आहारवं इत्थीवंसं १/४४१ | ईसरकारणिय १/१५५,१५७ आहारहेउं २/४३६ | इत्थीविसयगिद्ध २/४६७ | ईसरकारणियवाई १/१५५ १/८ P-140 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 733 734 735 736 737 738 739 740 741 742 743 744 745 746 747 748 749 750 751 752 753 754 755 756 757 758 759 760 761 762 763 764 765 766 767 768 769 770 771 772 773 774 775 776 777 778 779 780 781 782 783 784 785 786 787 788 789 790 791 792 793 794 795 796 797 798 799 800 801 802 803 804 805 806 807 808 809 810 811 812 813 814